भारत में स्मार्ट सिटी बनाने में फ्रांस करेगा मदद, 17 समझौतों पर दस्तखत
पेरिस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद के बीच विभिन्न मुद्दों पर हुई बातचीत के बाद भारत और फ्रांस ने आज महाराष्ट्र के जैतापुर में अटकी पडी परमाणु परियोजना सहित 17 समझौतों पर दस्तखत किए. लार्सन एंड टुब्रो और अरीवा के बीच एक सहमति-पत्र पर दस्तखत हुए जिसका मकसद स्थानीयकरण बढाकर […]
पेरिस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद के बीच विभिन्न मुद्दों पर हुई बातचीत के बाद भारत और फ्रांस ने आज महाराष्ट्र के जैतापुर में अटकी पडी परमाणु परियोजना सहित 17 समझौतों पर दस्तखत किए.
लार्सन एंड टुब्रो और अरीवा के बीच एक सहमति-पत्र पर दस्तखत हुए जिसका मकसद स्थानीयकरण बढाकर लागत में कमी लाना और जैतापुर परियोजना की वित्तीय व्यावहारिकता में सुधार करना है. इस समझौते से प्रौद्योगिकी अंतरण के साथ-साथ भारत में स्वदेशी परमाणु उर्जा का विकास भी हो सकेगा.
भारतीय परमाणु उर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) और अरीवा के बीच प्री-इंजीनियरिंग समझौते पर भी दस्तखत हुए जिसका मकसद संयंत्र के सभी तकनीकी पहलुओं पर स्पष्टता लाना है ताकि सभी पक्ष (अरीवा, एल्सटॉम और एनपीसीआईएल) अपनी कीमतें तय कर सकें और जोखिम से जुडे प्रावधानों को लेकर सबसे अनुकूल तरीका तलाश सकें.
मोदी और ओलोंद के बीच हुई गहन वार्ता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर स्पेस स्टडीज (सीएनईएस) के बीच भी सहमति-पत्र पर दस्खत किए गए. यह सहमति-पत्र भारतीय-फ्रांसीसी मेघा ट्रॉपिक्स उपग्रह से जुडा था. इसे भारतीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी के जरिए 12 अक्तूबर 2011 को प्रक्षेपित किया गया था.
अंतरिक्ष सहयोग के तहत भी इसरो और सीएनईएस के बीच एक सहमति-पत्र पर दस्तखत हुए. इसमें उपग्रह रिमोट सेंसिंग, उपग्रह संचार एवं उपग्रह मौसम विज्ञान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग के प्रस्ताव हैं. भारत और फ्रांस के युवा एवं खेल मामलों के मंत्रालयों के बीच भी एक सहमति-पत्र पर दस्तखत हुए.