पेरिस : फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने आज कहा कि पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी..उर..रहमान लखवी को रिहा किए जाने से वह गहरे तक स्तब्ध हैं और उन्होंने इस घटनाक्रम पर अपनी नाराजगी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया है. राष्ट्रपति ओलोंद ने कहा कि मुंबई आतंकी हमले के जघन्य अपराध के आतंकवादी आरोपी की जमानत पर रिहाई स्तब्धकारी है.
पेरिस में अपने संबोधन में ओलोंद ने, जनवरी में फ्रांस की राजधानी में हुए इस्लामी हमलों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एकजुटता जताए जाने पर उन्हें धन्यवाद दिया. ओलोंद ने कहा, इसी सिलसिले में मैं हर बार अपना रोष जताता हूं जब कोई आतंकवादी रिहा किया जाता है, जबकि घृणित कायो के लिए उसकी जिम्मेदारी रहती है.
इससे पहले, पाकिस्तान द्वारा लखवी की रिहाई को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए फ्रांसीसी सांसदों ने कहा कि यह घटना न तो भारत के लिए और ही विश्व के लिए अच्छी है. यह मुद्दा उस वक्त उठा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांसीसी सांसदों के एक शिष्टमंडल से मुलाकात की.
इस शिष्टमंडल की अगुवाई नेशनल असेंबली के अध्यक्ष क्लाउड बार्तोलोन कर रहे थे. इस बैठक के बारे में संवाददाताओं को बताते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, फ्रांसीसी शिष्टमंडल के एक सदस्य ने कहा कि पाकिस्तान में लखवी की रिहाई न तो भारत और न ही विश्व के लिए अच्छी खबर है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, फ्रांसीसी पक्ष ने इस विषय पर भारत के साथ एकजुटता प्रदर्शित की. लश्कर ए तैयबा के ऑपरेशन कमांडर लखवी को छह साल तक हिरासत में रखे जाने के बाद पाकिस्तानी जेल से रिहा कर दिया गया. अकबरुद्दीन ने कहा कि लखवी की रिहाई का मुद्दा आतंकवाद निरोधक उपायों में सहयोग पर चर्चा के संदर्भ में उठा.
फ्रांसीसी पक्ष के दृष्टिकोण पर जवाब देते हुए मोदी ने सांसदों से कहा, आप लोगों ने भारत के प्रति जो चिंता दिखायी और जो वेदना प्रदर्शित की, वह विचारों की साम्यता का संकेत देता है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रति भारत और फ्रांस के साझे दृष्टिकोण हैं. प्रधानमंत्री ने स्मरण किया कि जब भी फ्रांस को किसी आतंकवादी हमला का सामना करना पडता है तो पूरा भारत उसके पक्ष में उठ खडा होता है और फ्रांस भी भारत के संदर्भ में ऐसा ही करता है.