जर्मनी के साथ साझा बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने साधा पाक पर निशाना

बर्लिनः तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के बाद यहां से कनाडा के लिए रवाना हुए.इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के बर्लिन में आज जर्मनी के चांसलर एंजेला मर्केल के साथ साझा बयान जारी किया. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जर्मनी आने के उद्देश्य का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2015 6:08 PM

बर्लिनः तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के बाद यहां से कनाडा के लिए रवाना हुए.इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के बर्लिन में आज जर्मनी के चांसलर एंजेला मर्केल के साथ साझा बयान जारी किया. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जर्मनी आने के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा कि भारत का उद्देश्य जर्मन इंडस्ट्री को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करना है.

उन्होंने उद्योगपत्तियों को आश्वस्त किया कि उन्हें यहां खुला और अनुकूल माहौल मिलेगा. मोदी ने कहा कि यहां की चांसलर और इंडस्ट्रियलिस्ट के उत्साह को देखते हुए मुझ खुशी हो रही है कि वे भी इसके लिए इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि भारत का मेक इन इंडिया प्रोग्राम रोजगार और स्किल डेवलपमेंट पर आधारित है.

जर्मनी स्किल डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है. हम उनसे कुछ सीखेंगे. साइंस टेक्नोलोजी के क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग को हम बढावा देंगे. उन्होंने रिन्यूअल एनर्जी और एनर्जी एफिशिएंसी पर भी बात की. मोदी ने कहा कि जर्मनी भारत को आर्थिक सहयोग देने के लिए तैयार है. क्लाइमेट चेंज पर भी कहा कि इस चुनौती से हम मिलकर लडेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने वहां के उद्योगपत्तियों को भारत आने का निमंत्रण भी दिया.

भारत और यूरोपीय यूनियन से बातचीत को आगे बढाने के लिए भी उन्होंने जर्मनी से सहयोग की अपेक्षा की. उन्होंने आने वाले समय में समुद्री, साइबर सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा को बढावा देने के महत्व का जिक्र किया. एक सवाल पूछे जाने पर कि आप जर्मनी से क्या लेकर भारत जा रहे हैं.

इस पर मोदी ने कहा कि भारत दुनियां में सबसे तेज गति से बढने वाले देशों में से एक है. भारत में तीन चीजें हैं जो काफी महत्वपूर्ण है. पहला डेमोग्राफिक डिविजन, दूसरा डेमोक्रेसी और तीसरा डिमांड. इन तीनों से भारत मैनुफैक्चरिंग हब बन सकता है और इसके लिए जर्मनी से सहयोग का भरोसा मिला है.

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