श्रीलंका : पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे को रिश्वत के आरोप में भ्रष्टाचार रोधी आयोग ने तलब किया
कोलंबो : श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोपों को लेकर इस हफ्ते भ्रष्टाचार रोधी आयोग आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए पहली बार तलब किया गया है जिसे लेकर आज संसद में उनके विश्वस्त लोगों ने हंगामा किया. 69 वर्षीय राजपक्षे से रिश्वत या भ्रष्टाचार के आरोपों की […]
कोलंबो : श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोपों को लेकर इस हफ्ते भ्रष्टाचार रोधी आयोग आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए पहली बार तलब किया गया है जिसे लेकर आज संसद में उनके विश्वस्त लोगों ने हंगामा किया.
69 वर्षीय राजपक्षे से रिश्वत या भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए आयोग के समक्ष 24 अप्रैल को उपस्थित होने को कहा है. तत्कालीन विपक्षी सांसद तिस्सा अत्तनायेक को मंत्री पद दिए जाने को लेकर पूर्व राष्ट्रपति से भ्रष्टाचार रोधी आयोग को पूछताछ करनी है.
राजपक्षे पर विपक्ष के वरिष्ठ सदस्यों को जनवरी के राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले उनके साथ मिल जाने के लिए रिश्वत देने का आरोप है. इस चुनाव में उन्हें कभी अपने सहयोगी रहे मैत्रीपाला सिरीसेना के हाथों शिकस्त का सामना करना पडा था.
भ्रष्टाचार रोधी आयोग ने राजपक्षे के भाई और पूर्व रक्षा मंत्री गोटाभाया राजपक्षे तथा राष्ट्रपति के पूर्व सचिव ललित वीरातुंगा को भी भ्रष्टाचार के आरोपों में इस हफ्ते तलब किया है.
राजपक्षे को तलब किए जाने के खिलाफ उनके विश्वस्त लोगों ने आज श्रीलंका की संसद में प्रदर्शन किया, जिसके चलते स्पीकर चमल राजपक्षे को कल तक के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड गई. राजपक्षे के समर्थक स्पीकर के आसन के सामने बैठ गए.
राजपक्षे के समर्थक विमल वीरवंश ने पूछा, एक मंत्री की नियुक्ति के लिए रिश्वत कैसे दी जा सकती है? सदन के नेता लक्ष्मण किरियाला ने कहा कि सरकार राजपक्षे को समन किए जाने से अनजान है और आयोग ने स्वतंत्रतापूर्वक काम किया. यदि आपको इससे समस्या है तो आप आयोग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं. पूर्व राष्ट्रपति के सहायक ने मीडिया से पहले कहा था कि राजपक्षे आयोग के पास जाने से पहले कानूनी सलाह लेंगे.