भूकंप के लिए NDMA का राष्ट्रीय हेल्पलाइन नं. 1078 शुरू, अबतक 5400 भारतीय नेपाल से निकाले गए
दिल्ली- भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि सोमवार को भारत से नेपाल के लिए पांच एयरक्राफ्ट भेजे गए है. आज सेना के 4 और विमान और एनडीआरएफ की 3 अतिरिक्त टीमें नेपाल जायेंगी. विदेश सचिव के मुताबिक अबतक करीब 5400 भारतीय नेपाल से निकाले जा चुके हैं जबकि 1600 […]
दिल्ली- भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि सोमवार को भारत से नेपाल के लिए पांच एयरक्राफ्ट भेजे गए है. आज सेना के 4 और विमान और एनडीआरएफ की 3 अतिरिक्त टीमें नेपाल जायेंगी. विदेश सचिव के मुताबिक अबतक करीब 5400 भारतीय नेपाल से निकाले जा चुके हैं जबकि 1600 लोगों के आज आने की उम्मीद है.
इसके अलावा 100 बसें भी भारत आ रही हैं. नेपाल में बिजली की बहाली के लिए भारत से इंजीनयरों की टीम भेजी गयी है. विदेश सचिव ने कहा कि नेपाल में खाने-पीने की चीजों की कमी को देखते हुए खाना, पानी, नूडल्स, दवाएं और दूध नेपाल भेजा जा रहा है.
भारत में भूकंप को लेकर एनडीएमए ने राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है. देश के किसी भी हिस्से से 011-1078 नंबर डायल करके लोग इस त्रासदी से जुडी जानकारी ले सकते हैं.
#NepalEarthquake : https://t.co/IKqMiMq6Bk
— PIB India (@PIB_India) April 27, 2015
इंडियन ऑयल की एक टीम वहां भेजी गयी है जो नेपाल में ईंधन संबंधी जऱुरतों को देख रही है. गौरतलब है की भूकंप के बाद नेपाल में अब पेट्रोल-डीजल की भी भरी किल्लत हो गयी है. एस जयशंकर ने बताया कि काठमांडू एयरपोर्ट के व्यस्त होने की वजह से विमान के लैंडिंग में दिक्कत आ रही है. वहीं सरकार के मुताबिक भारत में भूकंप से अबतक 72 लोगों की जान चली गयी है. इसमें बिहार में सबसे अधिक 56 और उत्तर प्रदेश में 12 लोगों की जान गयी है.
नेपाल और भारत इस आपदा से हुए नुकसान में पीड़ितों की मदद के लिए आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी शनिवार को आए भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपना एक माह का वेतन प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) में दान कर दिया है.
इधर, नेपाल में भारत की तरफ से पड़े पैमाने पर जारी राहत और बचाव कार्यों को देखते हुए स्पेन ने भी भारत से उसके नागरिकों को नेपाल से सुरक्षित निकालने में मदद मांगी है. स्पेन के विदेश मंत्री ने आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और अपने नागरिकों को नेपाल से निकालने में सहायता मांगी.