नाइजीरिया: सेना ने करीब 300 महिलाओं, बच्चों को मुक्त कराया

योला (नाइजीरिया): नाइजीरियाई सेना द्वारा बोको हराम के चंगुल से मुक्त कराई गईं लडकियों के चेहरे मुरझाए हुए थे, आंखों में संक्रमण था, बाल झुलस चुके थे और कुपोषण के कारण पेट फूले हुए थे.लेकिन बिल्कुल स्तब्ध, टूटी हुईं और खोई-खोई नजर आने वाली ये लडकियां जिंदा हैं और अब आजाद हैं. ये लडकियां बोको […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2015 11:35 AM

योला (नाइजीरिया): नाइजीरियाई सेना द्वारा बोको हराम के चंगुल से मुक्त कराई गईं लडकियों के चेहरे मुरझाए हुए थे, आंखों में संक्रमण था, बाल झुलस चुके थे और कुपोषण के कारण पेट फूले हुए थे.लेकिन बिल्कुल स्तब्ध, टूटी हुईं और खोई-खोई नजर आने वाली ये लडकियां जिंदा हैं और अब आजाद हैं. ये लडकियां बोको हराम के चरमपंथियों के कब्जे से मुक्त कराये गए 275 महिलाओं और बच्चों के समूह में शामिल थीं.यह पहला समूह है, जिसे नाइजीरिया की सेना द्वारा तीन दिन की यात्रा के बाद एक शरणार्थी शिविर में कल लाया गया.

नाइजीरिया की सेना ने बताया कि उन्हें इस्लामिक चरमपंथियों के आखिरी ठिकाने समबिसा के जंगल से लाया गया है. सेना ने बताया कि पिछले सप्ताह उसने वहां से 677 से अधिक लडकियों और महिलाओं को मुक्त कराया है और एक दर्जन से अधिक विद्रोही ठिकानों को नष्ट किया है.
समूह के साथ यात्रा करने वाले एक सैनिक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पहले दिन की यात्रा के दौरान मुक्त किये गए समूह को रास्ता दिखा रहा एक सैन्य वाहन बारुदी सुरंग में हुए विस्फोट का शिकार हो गया, जिसमें दो सैनिक घायल हो गए. नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन लगभग एक साल से यह वायदा करते रहे हैं कि बोको हराम द्वारा अपहृत सभी लोगों को वापस लाया जाएगा.इन अपहृत लोगों में खासतौर पर वे 219 स्कूली लडकियां शामिल हैं, जिनका अपहरण चिबोक शहर के बोर्डिंग स्कूल से किया गया था.

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