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ऐसा रहेगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन यात्रा का कार्यक्रम

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के लिए तैयारियां व्यापक स्तर पर चल रही हैं. अधिकारी जहां कार्यक्रम के बारे में कुछ बोलने से बच रहे हैं, वहीं ऐसा माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान चीनी नेता अपने विदेशी मेहमानों के साथ चीन के महत्वपूर्ण स्थानों पर घूमने भी जा सकते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2015 1:26 PM
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के लिए तैयारियां व्यापक स्तर पर चल रही हैं. अधिकारी जहां कार्यक्रम के बारे में कुछ बोलने से बच रहे हैं, वहीं ऐसा माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान चीनी नेता अपने विदेशी मेहमानों के साथ चीन के महत्वपूर्ण स्थानों पर घूमने भी जा सकते हैं और इस तरह की दुर्लभ यात्राओं पर सभी की निगाहें टिकी होंगी.
अधिकारियों का कहना है कि शी मोदी के साथ वाइल्ड गूज पैगोडा भी जा सकते हैं. यह एक आध्यात्मिक स्थान है, जिसका निर्माण 645 ईसा पश्चात् प्राचीन सिल्क रुट के जरिए मशहूर चीनी बौद्ध भिक्षु शुआन जांग की भारत यात्रा को रेखांकित करने और 17 साल तक अनमोल बौद्ध ग्रंथों के साथ रहने के बाद उनकी वापसी के प्रतीक के रुप में किया गया था.
शी दंपति शिआन में मोदी के लिए भोज का आयोजन करेंगे. इसके बाद मोदी बीजिंग पहुंचेंगे. यहां वह शी और ली के साथ 15 मई को सीमा विवाद और अधिक चीनी निवेश के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के मुद्दे पर गंभीर चर्चाएं करेंगे.
बीजिंग में चीनी नेताओं के साथ वार्ताओं के अलावा मोदी ली के साथ टैंपल ऑफ हेवन में आयोजित एक समारोह में शिरकत कर सकते हैं, जिसमें योग और चीनी मार्शल आर्ट थाई ची का प्रदर्शन किया जाएगा.
तीसरे दिन, प्रधानमंत्री मोदी शंघाई की यात्रा कर सकते हैं, जहां वह एक कारोबारी बैठक को संबोधित करेंगे और मेक इन इंडिया के महत्व को रेखांकित करेंगे.
वह चीन में काम करने वाले भारतीयों के एक विशाल समारोह को भी संबोधित करेंगे. यह मोदी की हालिया विदेश यात्राओं के दौरान भारत समुदाय को संबोधित करने के लिए आयोजित किए गए कार्यक्रमों जैसा ही होगा.
विभिन्न चीनी शहरों में भारतीय संगठनों ने अपने सदस्यों को निमंत्रण भेजकर उन्हें बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है. यह पहली बार है, जब कोई भारतीय नेता चीन में ऐसी किसी बैठक को संबोधित करेगा. आधिकारिक आकलनों के अनुसार, लगभग 45 हजार भारतीय चीन में रहते हैं, जिनमें अधिकतर पेशेवर, उद्योगपति और छात्र हैं.

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