ब्रिटेन चुनाव में नारायणमूर्ति के दामाद ऋषि सुनाक समेत कई भारतीयों ने जीत का परचम लहराया
लंदन : ब्रिटेन के आम चुनाव में कीथ वाज, प्रीति पटेल और इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद सहित भारतीय मूल के कई लोग चुनाव जीते हैं.लंबे समय से ब्रिटिश संसद के सदस्य रहे कीथ वाज (लीसेस्टर पूर्व) और वीरेंद्र शर्मा (ईलिंग साउथॉल) अपनी-अपनी सीटों पर चुनाव जीत गए हैं क्योंकि उनका अपने क्षेत्रों […]
लंदन : ब्रिटेन के आम चुनाव में कीथ वाज, प्रीति पटेल और इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद सहित भारतीय मूल के कई लोग चुनाव जीते हैं.लंबे समय से ब्रिटिश संसद के सदस्य रहे कीथ वाज (लीसेस्टर पूर्व) और वीरेंद्र शर्मा (ईलिंग साउथॉल) अपनी-अपनी सीटों पर चुनाव जीत गए हैं क्योंकि उनका अपने क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय मूल के मतदाताओं के साथ खासा जुडाव है.
सत्तारुढ कंजरवेटिव के भारतीय मूल की बडी नेता प्रीति पटेल अपनी विटहम सीट 41.5 फीसदी मत हासिल करके 27,123 मतों के अंतर से जीत ली है. विपक्षी लेबर पार्टी की वेलेरी वाज ने अपनी वालसाल साउथ सीट को बरकरार रखा है तथा सीमा मल्होत्रा भी अपनी दक्षिण पश्चिम लंदन की सीट को आसानी से जीत ली है.
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनाक कंजरवेटिव पार्टी के लिए सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले रिचमंड से जीत हासिल की. उनको 27,744 वोट मिले. सुनाक ने यूकेआईपी उम्मीदवार मैथ्यू कूक को पराजित किया. वह पहली बार ब्रिटिश संसद पहुंचे हैं.
सुनाक ने कहा, मैं अपने माता-पिता को हमारे अपने स्थानीय समुदाय की पूरे समर्पण के साथ सेवा करते हुए देखकर बडा हुआ हूं. मेरे पिता राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में हैं तो मेरी मां दवा की दुकान चलाती थीं. कई भारतीय मूल के उम्मीदवारों को हार का भी सामना करना पडा है. कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार पॉल उप्पल बहुत कम मतों के अंतर से हारे हैं. वालवरहैम्पटन क्षेत्र में भाई-भाई अरुण और सुरिया फोते ब्रिटिश संसद में पहुंचने के प्रयास में नाकाम रहे हैं.
ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में भारतीय मूल के कुल कितने उम्मीदवार पहुंचे हैं, इसकी तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है क्योंकि सभी सीटों के नतीजों घोषित नहीं हुए हैं. पिछले आम चुनाव में भारतीय मूल के आठ लोग चुनाव जीते थे.
इस बार के चुनाव में भारतीय मूल के कुल 59 लोगों को टिकट मिला था. कंजरवेटिव ने 17, लेबर ने 14, लिबरल डेमोक्रेट ने 14, ग्रीन पार्टी ने चार, यूकेआईपी ने तीन भारतीय मूल के लोगों को उम्मीदवार बनाया था. उत्तरी आयरलैंड से पहले सिख उम्मीदवार अमनदीप सिंह भोगल महज 201 मतों के अंतर से हार गए हैं.