अब एक घंटे में चल जायेगा चिकनगुनिया का पता
वाशिंगटन : शोधकर्ताओं ने एक नये उपकरण का विकास किया है, जिससे गर्भ जांच की तरह कई दिनों के बजाय महज एक घंटे में चिकनगुनिया का पता लगाया जा सकेगा. जर्नल ऑफ मेडिकल एंटोमलॉजी में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक अमेरिकी सैन्य चिकित्सा शोध संस्थान के वैज्ञानिकों ने चिकनगुनिया का पता लगाने के लिए की […]
वाशिंगटन : शोधकर्ताओं ने एक नये उपकरण का विकास किया है, जिससे गर्भ जांच की तरह कई दिनों के बजाय महज एक घंटे में चिकनगुनिया का पता लगाया जा सकेगा.
जर्नल ऑफ मेडिकल एंटोमलॉजी में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक अमेरिकी सैन्य चिकित्सा शोध संस्थान के वैज्ञानिकों ने चिकनगुनिया का पता लगाने के लिए की जाने वाले जांच प्रविधि में परिवर्तन किया है.
इससे स्वास्थ्यकर्मियों के पास बहुत जल्द मरीजों के शरीर में चिकनगुनिया के लिए जिम्मेदार ‘सीएचआइकेवी’ विषाणु के मौजूदगी की जांच करने का विकल्प होगा. शोधकर्ताओं ने कहा है कि नये उपकरण को व्यवहार में लाये जाने के बाद लोगों को कई दिनों यहां तक कि कई सप्ताहों तक इंतजार नहीं करना पडेगा.
इसमें गर्भ जांच की तरह का ही एक रासायनिक डिपस्टिक प्रयोग में लाया जाता है.इस रोग के लिए अभी किसी तरह के टीके या निश्चित उपचार प्रविधि की खोज नहीं हुई है. ऐसे में अगर रिपोर्ट में चिकनगुनिया की पुष्टि हो जाती है तो इसे जल्द नियंत्रण में लाने के प्रयास किये जा सकते हैं.