अहमदाबाद की तरह हंस पैगोडा में साथ घूमे मोदी-जिनपिंग, मोदी ने दिया बोधि-वृक्ष का उपहार

शियान : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज प्रख्यात विशाल हंस पैगोडा गए. इसका निर्माण 652 इस्वी में जाने माने भिक्षु ह्वेन सांग की भारत की 17 साल लम्बी भारत यात्रा और चीन में बौद्ध धर्म को लोकप्रिय बनाने के संदर्भ में उनके प्रयासों को मान्यता प्रदान करते हुए किया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2015 6:24 PM
शियान : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज प्रख्यात विशाल हंस पैगोडा गए. इसका निर्माण 652 इस्वी में जाने माने भिक्षु ह्वेन सांग की भारत की 17 साल लम्बी भारत यात्रा और चीन में बौद्ध धर्म को लोकप्रिय बनाने के संदर्भ में उनके प्रयासों को मान्यता प्रदान करते हुए किया गया था.
मोदी और शी व्यापक द्विपक्षीय स्तरीय वार्ता को पूरा करने के बाद हंस पैगोडा गए. प्रधानमंत्री ने इस मंदिर को बोधि वृक्ष का एक पौधा भेंट किया. इस पर मंदिर के महंत ने भी मोदी को ह्वेन सांग की छोटी मूर्ति भेंट की जिसे यूयान सांग के रुप में जाना जाता है. मोदी और शी ने यहां एक दूसरे से हाथ मिलाते हुए फोटो भी खिंचवाए.
अहमदाबाद की तरह हंस पैगोडा में साथ घूमे मोदी-जिनपिंग, मोदी ने दिया बोधि-वृक्ष का उपहार 2
उल्लेखनीय है कि यह हंस पैगोडा दक्षिणी शियान में स्थित एक बौद्ध पैगोडा है. इसका निर्माण 652 इस्वी में सांग राजवंश ने कराया था और मूल रुप में यह पांच मंजिल का था.
इस ढांचे का पुन:निर्माण साम्राज्ञी वू जेतियान के समय में 704 ईस्वी में किया गया था और इसके बाहरी ईटों की साज-सज्जा सम्राट गाओ सांग के शासनकाल (649 – 683 इस्वी) में हुई थी. अभी इस स्मारक की ऊंचाई 64 मीटर है.
ह्वेन सांग ने भारत की यात्रा प्राचीन रेशम मार्ग से होते हुए की थी और 17 वर्षो की यात्रा पूरा करते हुए बौद्ध धर्मग्रंथों के साथ चीन लौटे थे.

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