परवेज मुशर्रफ को याद आया कारगिल, थपथपायी अपनी पीठ
इस्लामाबादः पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ ने एक कार्यक्रम के दौरान 1999 के कारगिल युद्ध को याद करते हुए अपनी पीठ खूद ही थपथपायी है. उन्होंने कार्यक्रम में कहा, कारगिल युद्ध में पाकिस्तान ने भारत का कड़ी टक्कर दी थी. उन्होंने उस वक्त को याद करते हुए कहा कि हमारी रणनीति कमाल की थी […]
इस्लामाबादः पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ ने एक कार्यक्रम के दौरान 1999 के कारगिल युद्ध को याद करते हुए अपनी पीठ खूद ही थपथपायी है. उन्होंने कार्यक्रम में कहा, कारगिल युद्ध में पाकिस्तान ने भारत का कड़ी टक्कर दी थी. उन्होंने उस वक्त को याद करते हुए कहा कि हमारी रणनीति कमाल की थी हम चार जगहों से अंदर गये थे और इसकी जानकारी भारत को नहीं थी.
पाकिस्तान ने उस वक्त भारत को काफी परेशानी में डाल दिया था और यह बात भारत कभी नहीं भूल सकता. जिसने भारत को सबसे ज्यादा परेशान किया वह दूसरी पंक्ति का बल था जिसे बाद में सेना का दर्जा दिया गया. पाकिस्तान के प्रमुख चैनल जीयो न्यूज के अनुसार उक्त बातें मुशर्रफ ने एक राजनीतिक पार्टी के कार्यक्रम में कही. मुशर्रफ सिर्फ यही नहीं रूके उन्होंने माना कि 1971 के बाद भारत और पाक के बीच होने वाला यह सबसे बड़ा युद्ध था बसंत में कारगिल क्षेत्र में जैसे ही बर्फ पिघली करीब, 1000 से ज्यादा संख्या में घुसपैठिये गुलाम कश्मीर से नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र के कश्मीर वाले हिस्से में पहुंच गए.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं ऐसे में मुशर्रफ की पार्टी भी इन चुनावों में अपना किस्मत आजमायेगी. भारत के खिलाफ बयान देकर पाकिस्तान की जनता को यह बताने की कोशिश की जाती है कि पार्टी उनके हित के विषय में ज्यादा सोचती है. भारत विरोधी बयान देकर पाकिस्तान की जनता को आकर्षित करना का यह तरीका नया नहीं है याद कीजिए इससे पहले भी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने कश्मीर को लेकर बयान दिया था. हालांकि इस बयान को उन्हें ज्यादा सियासी लाभ नहीं मिला लेकिन काफी वक्त तो वह पाकिस्तान और भारत के मीडिया में छाए रहे. चुनाव नजदीक आते ही पाकिस्तान के नेताओं को भारत का सहारा लेना पड़ता है. संभव है कि मुशर्रफ भी इस वक्त स्थानीय निकाय चुनाव के मद्देनजर कारगिल युद्ध को याद कर रहे हों