इस्लामाबाद: भारतीय सेना के 70 कमांडो के एक दल ने म्यामांर सीमा के भीतर मंगलवार रात के अंधियारे में लक्ष्य पर किये गये सटीक हमले में महज 40 मिनट में अपने काम को अंजाम दे दिया और इसमें 38 नगा विद्रोही मारे गये एवं सात घायल हो गये.
इस घटना पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर के उस बयान के बाद कि यह दूसरे देशों के लिए संदेश है, पाकिस्तान बौखला गया. उन्होंने इसे भारत की ओर से धमकी के रुप में लेते हुए कह दिया कि पाकिस्तान म्यांमार की तरह नहीं है.इस बयान के दौरान शायद पाकिस्तान यह भूल गया कि अमेरिका ने साल 2011 में उसके घर में घुसकर ही ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था और वह मूकदर्शक बना रहा.
पाकिस्तानी गृह मंत्री निसार अली खान ने कहा कि ‘पाकिस्तान म्यामांर की तरह नहीं है और भारत को आगाह किया कि उनका देश सीमा पार से आने वाली धमकियों के आगे घुटने टेकने वाला नहीं है.राठौर की टिप्पणी को पाकिस्तान को चेतावनी देने के रुप में लिया गया. खान ने कहा कि भारत को यह स्पष्ट होना चाहिए कि ‘पाकिस्तान म्यामांर की तरह का देश नहीं है.
’उन्होंने कहा, ‘‘जो पाकिस्तान के खिलाफ नापाक इरादे रखते हैं उनको कान खोलकर सुन लेना चाहिए कि हमारे सुरक्षा बल किसी भी दुस्साहस का जवाब देने में सक्षम हैं.’’ खान ने कहा कि पाकिस्तान कभी भी भारत की दादागिरी स्वीकार नहीं करेगा और ‘भारतीय नेताओं को दिन में सपने देखना छोड देना चाहिए.
’ उन्होंने कहा कि भारत के ‘नापाक इरादे’ अतीत की तरह भविष्य में सफल नहीं होंगे. पाकिस्तानी गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को सीमा पार से धमकियों के आगे झुकाया नहीं जा सकता.
खान ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारत की ओर से नियमित रुप से होने वाले संघर्ष विराम के उल्लंघन और पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता की बहाली से भारत के इंकार से वह निराश हैं.