काबुल : अफगानिस्तान के 2009 के राष्ट्रपति चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने का फैसला किया है. अब्दुल्ला साल 2009 के चुनाव में 30 फीसदी मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे और हामिद करजई को राष्ट्रपति के तौर पर स्वीकार किया था. इस चुनाव की निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े हुए थे.
अगले साल पांच अप्रैल को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए खुद को नामांकित करवाने के बाद स्वतंत्र निर्वाचन आयोग के दफ्तर से बाहर निकले अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अफगानिस्तान के लोग निष्पक्ष चुनाव में हिस्सा ले सकें.’’ उधर, अफगानिस्तान में नामांकन की प्रक्रिया को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है क्योंकि आधिकारिक रुप से नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन रविवार था.