सार्क शिखर सम्मेलन में शामिल होने अगले साल पाकिस्तान जायेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
उफा (रुस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के उफा में अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से द्विपक्षीय बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत तय समय से ज्यादा देर तक चली. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी दिखी. सूत्रों के अनुसार, 55 मिनट की इस बातचीत में भारत ने आतंकवाद व […]
उफा (रुस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के उफा में अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से द्विपक्षीय बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत तय समय से ज्यादा देर तक चली. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी दिखी. सूत्रों के अनुसार, 55 मिनट की इस बातचीत में भारत ने आतंकवाद व मुंबई हमले (26/11) के मुद्दे उठाए. इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच आर्थिक साङोदारी को लेकर भी बातचीत हुई. जानकारी के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान नवाज शरीफ ने पीएम नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया है. मोदी को सार्क सम्मेलन में आने के लिए न्यौता दिया गया है.
ज्ञात हो कि साल 2016 में सार्क सम्मेलन पाकिस्तान में होना है. इस न्यौते के तहत नरेंद्र मोदी अगले साल पाकिस्तान जाएंगे. हालांकि, भारत की तरफ से इस दौरे की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. इससे पहले नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ के बीच मुलाकात बंद कमरे में हुई. कमरे में मोदी पहले से मौजूद थे और नवाज का इंतजार कर रहे थे. बैठक के दौरान दोनों देशों का शिष्टमंडल मौजूद है. बैठक खत्म होने के बाद विदेश सचिव एस जयशंकर प्रेसवार्ता करके इस बारे में जानकारी देंगे. वहीं, सूत्नों के मुताबिक, दोनों प्रधानमंत्नी अपने विदेश सचिवों से जल्द ही मिलने के लिए कह सकते है जिसके बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में नई शुरु आत का आगाज होगा. संभव है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की मीटिंग के दौरान दोनों देशों के विदेश सचिव मिलेंगे. हालांकि इन बैठकों का मुद्दा हुर्रियत से पाकिस्तानी नेताओं की मुलाकात नहीं होगा.
इससे पूर्व दोनों नेताओं ने रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा आयोजित रात्रिभोज में एक दूसरे से संक्षिप्त मुलाकात की. मोदी और शरीफ आज सुबह आधिकारिक रु प से मुलाकात करने वाले थे. उनकी मुलाकात एक साल से अधिक समय बाद हो रही है और इस अविध में भारत के खिलाफ आतंकवाद को भड़का रहे तत्वों के प्रति इस्लामाबाद के रवैये को लेकर भारत-पाक के रिश्तों में उतार-चढाव देखे गये.
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन से इतर आज होने वाली मुलाकात के दौरान मोदी सीमापार आतंकवाद पर चिंता जता सकते हैं और द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति और उनकी भविष्य की दिशा पर चर्चा कर सकते हैं. मोदी और शरीफ की पहली मुलाकात पिछले साल मई में हुई थी जब पाकिस्तानी नेता भारतीय प्रधानमंत्नी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे.
पिछली बार दोनों दक्षेस सम्मेलन के लिए नवंबर महीने में काठमांडो में थे लेकिन उस समय नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त द्वारा अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मुलाकात को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव के चलते द्विपक्षीय मुलाकात नहीं हुई थी. पाकिस्तानी राजनियक की अलगाववादी नेताओं से मुलाकात के चलते भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द कर दी थी.
कहां-कहां हो चुकी है मोदी-नवाज की मुलाकात
पिछले वर्ष पीएम मोदी की पाकिस्तान के प्रधानमंत्नी नवाज शरीफ से पहली मुलाकात नयी दिल्ली में हुई थी, जब मोदी ने 26 मई, 2014 को प्रधानमंत्नी के रूप में पदभार संभाला था. उसके अगले दिन दोनों नेताओं के बीच चली बैठक में आतकंवाद के मुद्दे पर चर्चा हुई. इस मुलाकात के बाद द्विपक्षीय संबंधों में नई संभावनाएं देखी जाने लगी थीं, और पाकिस्तान द्वारा भारत को विशेष दर्जा देने और विदेश व्यापार नीति पर भी चर्चा की गई थी. उस वक्त यह उम्मीद जगी थी कि अब दोनों देशों के बीच भरोसे की बुनियाद पक्की होगी. मुलाकात के बाद नवाज शरीफ ने कहा था कि मैं अब तक मोदी को जितना जान पाया हूं, उससे लगता है कि उनके साथ काम करना आसान है.
पीएम मोदी की नवाज शरीफ से दूसरी मुलाकात पिछले ही साल नवंबर में 18वें सार्क सम्मेलन के दौरान नेपाल की राजधानी काठमांडू में हुई थी, लेकिन उस वक्त द्विपक्षीय बातचीत नहीं हुई थी.
अब 10 जुलाई, 2015 को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात रूस के उफा शहर में हो रही है और एक बार फिर सभी की नज़रें इस मुलाकात पर टिकी हैं. भारत की ओर से मुंबई हमले के आरोपी आतंकवादी सरगना ज़की-उर-रहमान लखवी का मुद्दा उठाये जाने की चर्चा है. गौर हो कि लखवी को अप्रैल में जमानत मिली थी, और वह तभी से जेल से बाहर है.