मलाला की पुस्तक बेचने वालों को तालिबान की चेतावनी

इस्लामाबाद: तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि किशोरी मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई की पुस्तक ‘‘आई एम मलाला’’ बिक्री करते पाये गए लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.मौका मिलने पर मलाला पर हमले की शपथ लेने वाले तालिबान ने दावा किया है कि उसने वीरता का कोई काम नहीं किया है बल्कि अपने धर्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2013 4:52 PM

इस्लामाबाद: तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि किशोरी मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई की पुस्तक ‘‘आई एम मलाला’’ बिक्री करते पाये गए लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.मौका मिलने पर मलाला पर हमले की शपथ लेने वाले तालिबान ने दावा किया है कि उसने वीरता का कोई काम नहीं किया है बल्कि अपने धर्म इस्लाम को धर्मनिरपेक्षता से बदल लिया है और इसके लिए उसे पुरस्कृत किया जा रहा है.

समाचार पत्र डान के अनुसार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीके तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता शाहीदुल्ला शाहिद ने कहा कि उन्हें पता है कि 16 वर्षीय मलाला को ‘‘इस्लाम के दुश्मन’’ पुरस्कृत करेंगे.

उसने कहा, ‘‘मलाला ने धर्मनिरपेक्षता के लिए इस्लाम छोड़ दिया जिसके लिए उसे पुरस्कृत किया जा रहा है.’’ उसने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मीडिया को ध्यान रखना चाहिए कि जामिया हफसा (लाल मस्जिद विवाद) के छात्रों को उनकी ‘‘अपार वीरता’’ के बावजूद कभी कोई पुरस्कार नहीं दिया गया.

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