*प्रवासी भारतीयों के लिए एक वेलफेयर फंड बनाया गया है जिसका उपयोग प्रवासी भारतीयों को मुसीबत में मदद करने के लिए होगा.
*यह भूभाग ऐसा है जहां मेरे गरीब भाई-बहन रहते है. मैनें विदेश मंत्रालय को कहा है जहां आप रहते है वहां जायें
*प्रवासी भारतीयों के साहयता के लिए ‘मदद’ नाम से एक पोर्टल शुरू किया है.
*विश्व भर में जो भारतीय समुदाय पहुंचा है. मेरे आने से भारतीय समुदाय को नयी ऊर्जा मिली है.
*हमारी नयी पीढ़ी को शिक्षीत बनाना है. देश को आधुनिक बनाना है.
*अगले 5 सालों में देश के हर कोने में 24 घंटे बिजलीदेंगे.
*आज हम सार्क देशों को साथ लेने का कोशिश कर रहा हूं.
*पीएम मोदी ने अफगानिस्तान का जिक्र किया , कहा काबुलीवाला से हम लोगों का बचपन का रिश्ता है.
*आज ऐसी सरकार है जो हर पल नजर आती है. हर जगह नजर आती है . भारत ने नेपाल भूंकप में चंद घंटों में मदद अभियान शुरू किया.
*हिंसा के रास्ते में गये लोगों को भी कभी-न-कभी बातचीत के रास्ते पर आना पड़ता है.
*प्रधानमंत्री ने नागा समझौते का जिक्र किया.
*समस्या कोई भी हो लेकिन हल टेबल में बातचीत से ही निकलता है.
*गुड तालिबान और बेड तालिबान चलने वाला नहीं है. तय करो आप आतकंवाद के साथ है या खिलाफ है .
*आतंकवाद की कोई सीमाएं नहीं होती है. वो कभी भी कहीं पहुंच सकता है. भारत लगातार इनको झेलता रहा है.
*आज दुनिया जिस आतंकवाद का नाम सुनते ही कांप उठती है. हम हिन्दुस्तान के लोग 40-40 साल से आतंकवाद का शिकार हुए है.
*हमने मेक इन इंडिया अभियान को प्रारंभ किया है. हिन्दुस्तान एक ऐसा देश है जो संभावनाओं से भरा है. यह एक ऐसा देश है जहां 65 प्रतिशत लोग युवा है.
*यह ताकत मोदी के वजह से नहीं, बल्कि सवा सौ करोड़ भारतीयों की ताकत है.
*आप सालों से बाहर है, जब भी भारत का नाम आता होगा आपके आंखों में चमक आ जाता होगा. आज दुनिया में भारत को देखने का नजरिया बदल गया है.
*सिर्फ साढ़े चार लाख करोड़ रुपये पूंजी निवेश का सवाल नहीं है . यह एक प्रकार का कंधे -से-कंधे मिलाकर चलने का संकल्प है.
*आतंकवाद में लिप्त लोगों को सजा होनी चाहिए.समझने वाले समझ जायेंगे.
*भारत और अमीरात के बीच जो ज्वाइंट स्टेटमेंट आया है . उसे जानकर आपको खुशी होगी . प्रिंस ने साढ़े चार लाख करोड़ रुपया निवेश करने का संकल्प लिया है.
*मंदिर के लिए जगह देने के लिए पीएम मोदी ने प्रिंस को धन्यवाद दिया.
*यह भारत की बदलती हुई तसवीर का सम्मान है.
*दुबई और अबूधाबी के प्रिंस ने जिस तरह से मेरा स्वागत किया.वह किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि 125 करोड़ लोगों का सम्मान है.
*कभी-कभी मुझे लगता है कि मेरे पूर्ववर्ती सरकार ने मेरे लिए सारे अच्छे काम छोड़ दिये है.
*यह मेरी पहली मुलाकात है , इससे पहले में इस भूभाग पर नहीं आया.
*दुबई में भारत से 700 से अधिक फ्लाइट यहां आती है, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री को यहां आने में 34 साल लग गये है.
*आज हिन्दुस्तान के हर कोने से लोग यहां है . दुबई अब लघु विश्व बन गया है. ठंडे – से-ठंडे प्रदेश के लोग 40-45 डिग्री के तापमान में रहना पसंद करता है.
*जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे तो भारत ने परमाणु परीक्षण किया था. तब दुनिया चौंक गयी थी. भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया गया था. तब वाजपेयी ने विदेशों में रह रहे भारतीयों से आर्थिक सहयोग की अपील की थी. खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीयों ने काफी मदद की थी.
*आपके व्यवहार और आचरण के कारण भारत गौरव महसूस करता है.
*हिन्दुस्तान के कोने-कोने से आये देशवासियों को नमन करता हूं .
* भारत माता की जय से शुरू हुआ संबोधन.
*जन-गण-मन से शुरू हुआ कार्यक्रम.
*प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे.
*मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठादुबई का क्रिकेट स्टेडियम.
*स्टेडियम में 70,000 भारतीय समुदाय के लोग मौजूद.
*प्रधानमंत्री मोदी अब से कुछ ही देर में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे .
दुबई : संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवाद को अभी तक परिभाषित नहीं करने और आतंकवाद का प्रसार करने वाले देशों और समूहों को अभी साफ तौर पर चिन्हित नहीं करने पर भारी असंतोष जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि आतंकवाद की मानसिकता वाले देशों के खिलाफ मानवतावाद में विश्वास करने वाले देशों के एक होकर लडने का वक्त आ गया है.
प्रधानमंत्री ने यहां दुबई क्रिकेट ग्राउंड में बड़ी संख्या में उपस्थित भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, आतंकवाद को परिभाषित करने के बारे में संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव बहुत लम्बे समय से लटका पडा है. उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र का जन्म पीडित मानव समुदाय को मरहम लगाने और आगे विश्व में ऐसे संकट की नौबत न आए, ऐसी व्यवस्था विकसित करने के लिए हुआ था. लेकिन संयुक्त राष्ट्र अभी तक आतंकवाद की परिभाषा नहीं कर पाया है. वह यह तय नहीं कर पाया है कि आतंकवादी कौन है, किस देश को आतंकवाद का शिकार माना जाए और किसे आतंकवाद का समर्थक माना जाए, यह तय नहीं कर पाया है.
मोदी ने कहा कि आतंकवाद की व्यापक परिभाषा के लिए अतंरराष्ट्रीय आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव लाया गया लेकिन यह कई वर्षो से लटका हुआ है. भारत का कहना है कि इस पर चर्चा हो जाए और निर्णय हो जाए लेकिन इसे टाला जा रहा है.
पाकिस्तान का नाम लिये बिना प्रधानमंत्री ने कहा लेकिन संयुक्त अरब अमीरात ने भारत की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ दो टूक शब्दों में, बिना लाग लपेट के और बिना किसी की परवाह किये साफ शब्दो में संकेत दे दिया है. आतंकवाद के खिलाफ एकता का स्वर इस धरती से उठा है, मैं उसे बहुम अहम मानता हूं, समझने वाले समझ जायेंगे, अकलमंद को इशरा काफी है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की मानसिकता वाले देशों के खिलाफ मानवतावाद में विश्वास करने वाले देशों के एकजुट होकर लड़ने का वक्त आ गया है.
मोदी ने कहा, गुड टेररिज्म और बैड टेररिज्म, गुड तालिबान और बैड तालिबान अब नहीं चलेगा. हर किसी को अब तय करना होगा कि आप मानवता के साथ हैं या टेरर के. मोदी ने कहा कि आज आतंकवाद का नाम सुनकर दुनिया कांप उठती है लेकिन हिन्दुस्तान के लोग 40 साल से आतंकवाद के शिकार हैं. हमारे निर्दोष लोग आतंकवादियों की गोलियों से भून दिये गए, मौत के घाट उतार दिये गए.
उन्होंने कहा कि 30 साल पहले दुनिया के लोगों को आतंकवाद के विषय की समझ नहीं थी और मैं उनसे टेररिज्म की बात करता था, तब वे समझ नहीं पाते थे और कहते थे कि यह कानून व्यवस्था और पुलिस का मामला है. लेकिन अब वे समझ गए हैं कि आतंकवाद कितना भयंकर होता है और आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती. पता नहीं कब कहां से आकर कोई किसपर हमला कर दे.
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत लगातार आतंकवाद की हरकतों को झेलता रहा है. मानवता की मानसिकता वाले देशों को आतंकवाद की मानसिकता वाले देशों और समुदायों के खिलाफ एक होकर लडने का वक्त आ गया है. आतंकवाद के खिलाफ लडाई में यूएई द्वारा भारत का खुलकर साथ दिये जाने पर खुशी जताते हुए मोदी ने कहा कि आज यूएई ने भारत में सिर्फ 4.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का ही संकल्प नहीं किया है बल्कि आतंकवाद के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का संकेत दिया है.
* मंदिर बनाने की जगह देकर यूएई ने बड़ा संकेत दिया : मोदी
अबू धाबी में मंदिर बनाने के लिए जगह दिये जाने के लिये वहां के शहजादे मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान का धन्यवाद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक तरफ सम्प्रदाय के नाम पर आतंकवाद का खेल खेला जा रहा है तो दूसरी ओर संयुक्त अरब अमीरात ने यह फैसला करके एक बड़ा संकेत दिया है.
प्रधानमंत्री ने दुबई क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, एक तरफ सम्प्रदाय के नाम पर आतंकवाद का खेल खेला जाता है, निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया जाता है, जो बहुत ही चिंता का माहौल है, ऐसे समय में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने मंदिर बनाने के लिए जगह दी है.
उन्होंने कहा, जो लोग अबू धाबी से परिचित हैं, उन्हें पता है कि यह निर्णय कितना बड़ा है, और यह सौगात कितनी बड़ी है. भारतीय समुदाय को क्राउन प्रिंस का अभिनंदन करना चाहिए. मैं हृदय से उनका अभिनंदन करता हूं. मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किये जाने के लिए क्राउन प्रिंस का धन्यवाद किया.
उन्होंने कहा कि दुनिया आज भारत को नये नजरिये से देख रही है. इसका कारण उन्होंने मई 2014 में 30 साल बाद पूर्ण बहुमत वाली सरकार का चुना जाना बताया. उन्होंने कहा, आज दुनिया का कोई महापुरुष या राजनेता मोदी से हाथ मिलता है, तो उसे मोदी नहीं बल्कि हिन्दुस्तान की सवा सौ करोड़ जनता दिखायी देती है. दुनिया को तेज गति से बढ़ रही अर्थव्यवस्था दिखाई देती है.
* पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के अंश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने दो दिवसीय यूएई दौरे के आखिरी दिन दुबई क्रिकेट स्टेडियम में लगभग 70 हजार भारतीय लोगों को संबोधित कर रहे हैं. मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत भारत माता की जायकारे के साथ की. मोदी ने कहा, मैं इस धरती पर आज मेरे सामने लघु भारत के दर्शन कर रहा हूं. हिन्दुस्तान के कोने-कोने से आये हुए मेरे प्यारे देशवासियों को मैं नमन करता हूं.
आप वे लोग हैं जिन्होंने परिश्रम करके पराकाष्ठा करके कोई 15 साल से कोई 20 साल से तो कोई 30 साल से रोजी-रोटी का जुगाड कर रहे हैं, लेकिन भारत की गौरव को बढ़ाने में पीछे नहीं रहे हैं. आपके व्यवहार के कारण, आपके आचरण के कारण भारत हमेशा गौरव करता रहा है.
भारत में अगर बारिश भी होती है तो दुबई में बैठे मेरे देशवासी छाता खोल देते हैं. अगर भारत में कोई आपदा आ जाती है दुबई के लोग चैन से नहीं सोते हैं. जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने थे तो उन्होंने न्यूक्लियर टेस्ट किया था. इस काम से पूरा दुनिया चौंक गया था. गुस्से में भारत पर सेंसर लगा दिया गया था. उस समय वाजपायी जी ने दुनिया में फैले देशवासियों को संबोधित किया और भारत की मदद का आहवान किया. मैं गौरव के साथ कह समता हूं कि वाजपयी जी के इस आहवान का दूर बैठे भारतीय समुदाय के लोगों ने सम्मान किया और मदद की.
पीछली बार जब देश लोकसभा के चुनाव में व्यस्त था, चुनाव नतीजे आ रहे थे उस वक्त पूरा दुबई नाच रहा था. दुबई अब लघु विश्व बन चुका है. यहां दुनिया के सभी देशों के लोग रहते हैं. दुनिया में किसी एक देश के साथ आवागमन अगर किसी देश के साथ है तो इस इलाके के साथ होता है, हर सप्ताह 700 से ज्यादा विमान यहां आते हैं, लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री को आने में 34 साल लग गये.
कभी-कभी लगता है बहुत सारे अच्छे काम करने को थे लेकिन हमारे पूर्व के लोगों ने मेरे लिए सारे काम छोड़ दिया था. मेरा सौभाग्य है कि मुझे सारे अच्छे काम करने का अवसर मिला. 34 साल बाद कोई प्रधानमंत्री यहां आया है तो जाहिर है आपका नाराज होना, लेकिन आपने यहां के प्रिंस ने नाराजगी जाहिर नहीं कि बल्कि उन्होंने अपने पांचों भाइयों के साथ मेरा स्वागत किया इसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं.
जितना आपलोगों ने मुझे प्यार दिया है, सम्मान दिया है यह किसी एक व्यक्ति की सम्मान नहीं है बल्कि ये सवा सौ देशवासियों का सम्मान है. ये भारत की बदलती हुई तस्वीर का सम्मान है. भारत ने जिस तरह से दुनिया में अपनी तस्वीर बदली है यह उस बदलती हुई तस्वीर का सम्मान है.
भारतीय समुदाय के लोगों के लिए मंदिर बनवाने के लिए प्रिंस का शुक्रिया. एक तरफ संप्रदाय के नाम पर आतंकवाद का खेल होता है, तो अबुधाबी में मंदिर के लिए जगह मिली.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का आलम यह है कि 35 हजार लोगों की सक्षता वाले स्टेडियम में 70 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
Crowd assembled at Dubai cricket stadium where PM Narendra Modi will address Indian diaspora later today #ModiInDubai pic.twitter.com/wgNmpz8DuC
— ANI (@ANI) August 17, 2015
प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम के लिए क्रिकेट स्टेडियम में तैयारी काफी दिनों से चल रही थी. प्रधानमंत्री के आने से पहले ही स्टेडियम मोदी-मोदी के नारों से गुंज उठा है.
Excitement builds up at Dubai cricket stadium where PM Modi will address Indian diaspora later today #ModiInDubai pic.twitter.com/IIkE9Fyhae
— ANI (@ANI) August 17, 2015