अमेरिका ने कहा, आतंक के पनाहगाहों के खिलाफ कार्रवाई करे पाकिस्तान
वाशिंगटन/इस्लामाबाद: अमेरिका ने सीधे शब्दों में पाकिस्तान से कहा है कि वह अपनी सीमा में आतंकवादियों के शरणस्थलों के खिलाफ अपने प्रयासों को तेज करे और अफगानिस्तान में अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर बडे हमलों के लिए जिम्मेदार खूंखार हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कडे कदम उठाए. अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसेन राइस ने पाकिस्तान में अपनी […]
वाशिंगटन/इस्लामाबाद: अमेरिका ने सीधे शब्दों में पाकिस्तान से कहा है कि वह अपनी सीमा में आतंकवादियों के शरणस्थलों के खिलाफ अपने प्रयासों को तेज करे और अफगानिस्तान में अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर बडे हमलों के लिए जिम्मेदार खूंखार हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कडे कदम उठाए.
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसेन राइस ने पाकिस्तान में अपनी एक दिवसीय यात्र के दौरान कल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उसके सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ समेत शीर्ष पाकिस्तानी नेतृत्व को इस संबंध में कडा संदेश दिया.व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि सुसेन ने अपने संदेश में ‘‘पाकिस्तानियों से क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी सीमाओं में आतंकवादियों के शरणस्थलों के खिलाफ कार्रवाई के अपने प्रयास तेज करने की अपील की.’’
पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि सुसेन ने पाकिस्तानियों से अफगानिस्तान में हाल में हुए हमलों के बाद हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कदम उठाने की भी अपील की.पाकिस्तानी राजनयिक सूत्रों के अनुसार सुसेन ने उत्तरी वजीरिस्तान में पाकिस्तान के अभियान की सराहना की लेकिन उन्होंने देश से हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ और अधिक ठोक कदम उठाने की अपील की.
हक्कानी नेटवर्क उत्तरी वजीरिस्तान में मौजूद था लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि सैन्य अभियानों के बाद आतंकवादी अफगानिस्तान भाग गए हैं. अमेरिका की शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने पाकिस्तान से अफगानिस्तान के साथ संबंध सुधारने की भी अपील की.‘वाल स्टरीट जर्नल’ ने एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया कि सुसान ने इस्लामाबाद में शीर्ष असैन्य और सैन्य नेताओं से कहा कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों द्वारा पडोसी देश अफगानिस्तान में किए गए हमले ‘‘ बिल्कुल अस्वीकार्य’’ हैं.
समाचार पत्र के अनुसार सुसान ने यह टिप्पणी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा हाल में लगाए गए इन आरोपों के संदर्भ में की कि काबुल में हुए आतंकवादी हमलों को पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों ने अंजाम दिया है.अधिकारी के हवाले से कहा गया, ‘‘ हम अफगान सरकार की चिंताओं में सहभागी हैं.’’ सुसान ने पाकिस्तानी नेताओं से कहा ‘‘ आतंकवाद और आतंकवादी हमले क्षेत्रीय टकराव का एक मुख्य कारण बन गए हैं.’’ न्यूयार्क टाइम्स ने एक अमेरिकी अधिकारी से हवाले से कहा, ‘‘ विशेषकर काबुल में हिंसात्मक घटनाओं में हाल में आई तेजी और तालिबान की खूनी मुहिम के मद्देनजर पाकिस्तान के अपने पडोसियों और वाशिंगटन के साथ संबंधों के लिए इस चुनौती से निपटना आवश्यक है. ’’