नयी दिल्ली : आतंक का पर्याय बन चुके इस्लामिक स्टेट के अत्याचारों का एक और मामला सामने आया है. 18 साल की एक यजीदी लड़की जिसे आईएसआईएस के आतंकियों ने बंधक बनाया था, अपनी आपबीती सुनाते हुए बताती है कि वे राक्षस हैं. इस लड़की की आपबीती पर एक किताब प्रकाशित हुई है. इस लड़की को आईएसआईएस ने तीन महीने तक कैद रखा फिर किसी तरह वह उनके चंगुल से निकल पायी.
लड़की ने बताया कि आतंकियों ने उसे 2014 में बंधक बनाया था. तीन महीने तक आतंकी उसके साथ रेप करते थे. उसे बेरहमी से पीटा जाता था. पीने के लिए जो पानी दिया जाता था, उसमें मरा हुआ चूहा डाल दिया जाता था. उसे इस्लाम कुबूल करने के लिए बाध्य किया जाता था. ऐसा ना करने पर उसे जंजीरों से बांधकर कड़ी धूप में बैठा दिया जाता था और पिटाई की जाती थी. लड़की ने बताया कि वे हमेशा नशे में रहते थे और कहा करते थे कि एक दिन पूरी दुनिया पर आईएसआईएस का राज होगा.