वाशिंगटन : पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण ने चंद्रमा की सतह में पैदा हजारों दरारों के उन्मुखीकरण को प्रभावित किया है जिससे चंद्रमा सिकुड रहा है. नासा की चंद्र टोही परिक्रमा (एलआरओ) से मिले नये आंकडों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है.
अगस्त 2010 में एलआरओ के नैरो एंगल कैमरा (एनएसी) का उपयोग करते हुए अनुसंधानकर्ताओं ने चंद्रमा की सतह पर 14 चट्टानों की खोज के बारे में बताया था जिन्हें लोबेट स्कर्प्स के रुप में जाना जाता है. बडे पैमाने पर सतह पर उनके फैलने के कारण विज्ञान टीम ने यह निष्कर्ष निकाला है कि चंद्रमा सिकुड रहा है.
सामान्य तौर पर ये छोटी दरारें दस किलोमीटर से कम लंबी हैं और केवल दस यार्ड या मीटर उंची हैं. ऐसा संभवत: वैश्विक संकुचन के कारण हो रहा है. आतंरिक भाग चूंकि ठंडा हो रहा है, तरल बाह्य कोर ठोस बन रहा है और द्रव्यमान घट रहा है इस कारण चंद्रमा सिकुड रहा है और ठोस आवरण झुक रहे हैं.