सीरिया में विपक्षी समूहों के बीच फूट का दावा

बेरुत : एक स्थानीय कमांडर ने एक वीडियो में दावा किया कि दक्षिणी सीरिया में दर्जनों विद्रोही समूहों ने निर्वासित मुख्य विपक्षी समूह से नाता तोड़ लिया है.इस दावे से बशर अल असद शासन के खिलाफ संघर्षरत उदारवादियों को एकजुट करने के पश्चिमी देशों के प्रयासों को संभावित तौर पर एक नया झटका लगा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2013 11:11 AM

बेरुत : एक स्थानीय कमांडर ने एक वीडियो में दावा किया कि दक्षिणी सीरिया में दर्जनों विद्रोही समूहों ने निर्वासित मुख्य विपक्षी समूह से नाता तोड़ लिया है.

इस दावे से बशर अल असद शासन के खिलाफ संघर्षरत उदारवादियों को एकजुट करने के पश्चिमी देशों के प्रयासों को संभावित तौर पर एक नया झटका लगा है.

फ्री सीरियन आर्मी :एफएसए: विद्रोही समूह का राजनीतिक गुट, तुर्की स्थित सीरियाई राष्ट्रीय गठबंधन :सीरियन नेशनल कोएलिशन:, लंबे समय से विद्रोहियों से मान्यता एवं सम्मान के लिए संघर्ष कर रहा है. इस नए घटनाक्रम को सीरियाई राष्ट्रीय गठबंधन के जमीनी स्तर पर दूसरे घटनाक्रमों से दूर होने एवं विद्रोहियों को मदद एवं हथियार देने में निष्प्रभावी रहने के परिणाम के तौर पर देखा जा रहा है. वीडियो में सैन्य वर्दी पहने एक विद्रोही को एक बयान पढ़ते देखा गया. उसके पीछे दर्जनों लड़ाके खडे हैं. उनमें से कुछ ने एफएसए के प्रतीकों वाला बैनर थाम रखे हैं.

एफएसए के प्रवक्ता लौए मिकदाद ने बताया कि वीडियो प्रामाणिक है और उन्होंने वीडियो में बोल रहे व्यक्ति की पहचान एक विद्रोही समूह के कमांडर अनवर अल सुन्ना के रुप में की. कमांडर ने वीडियो में कहा कि राजनीतिक विपक्षी नेता, असद शासन के खात्मे की कोशिश में लगे लोगों का प्रतिनिधित्व करने में असफल रहे हैं.

उसने कहा, ‘‘हमारा प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले किसी भी राजनीतिक समूह की मान्यता हम वापस लेने की घोषणा करते हैं जिसमें से पहला समूह तो गठबंधन और उसका नेतृत्व है जिसने मातृभूमि के और क्रांति के सिद्धांतों का त्याग कर दिया है.’’उसने कहा कि उनके बयान का समर्थन 66 समूहों ने किया है और विद्रोही बल दोबारा संगठित होंगे. हालांकि उसने विद्रोही समूहों के दोबारा संगठित होने की बात को स्पष्ट नहीं किया.

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