मास्को : राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को सीरिया में हवाई हमला करने के लिए आज संसद से मंजूरी मिल गयी। यह अफगानिस्तान में सोवियत संघ के कब्जे के बाद सुदूर क्षेत्र में लडाई में रुस की पहली भागीदारी होगी.
यह घोषणा ऐसे समय में आयी है जब पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सीरिया में इस्लामिक स्टेट को पराजित करने के तौर तरीकों पर तथा देश के संकटग्रस्त नेता बशर अल असद की भूमिका के संदर्भ में प्रतिद्वंद्वी योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं.
विदेश में सैनिकों को तैनात करने के पुतिन के अनुरोध पर उपरी सदन की मुहर लगने के बाद क्रेमलिन के चीफ ऑफ स्टाफ सर्गेई इवानोव ने टेलीविजन पर कहा, ‘‘फेडरेशन कॉफ काउंसिल ने एकमत से राष्ट्रपति के अनुरोध का समर्थन किया है. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘हम सीरिया के बारे में बात कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति द्वारा रुस से सैन्य सहयोग का अनुरोध किये जाने के बाद हवाई हमले का निर्णय लिया गया है. उन्होंने अभियान का ब्योरा देने से इनकार कर दिया, बस इतना कहा कि यह निश्चित समय सीमा के लिए होगा और रुसी सैनिक जमीन पर अभियान में शामिल नहीं होंगे.
सोमवार को रुस के कद्दावर नेता ने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से लडने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित गठबंधन का प्रस्ताव रखा था और असर के भविष्य को लेकर ओबामा से विचारों में असहमति जतायी थी.