फेसबुक को फिर से स्‍थापित करने के लिए मार्क जुकरबर्ग आये थे भारत

नयी दिल्‍ली : फेसबुक दफ्तर में नरेंद्र मोदी से मुलाकात के वक्‍त फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने भारत में एक मंदिर में मत्‍था टेकने की बात कही. उन्‍होंने कहा था कि फेसबुक के इतिहास में भारत का महत्‍वपूर्ण स्‍थान है. जुकरबर्ग भारत के पंतनगर के नीम करौली बाबा के आश्रम आये थे. यह आश्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2015 1:02 PM

नयी दिल्‍ली : फेसबुक दफ्तर में नरेंद्र मोदी से मुलाकात के वक्‍त फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने भारत में एक मंदिर में मत्‍था टेकने की बात कही. उन्‍होंने कहा था कि फेसबुक के इतिहास में भारत का महत्‍वपूर्ण स्‍थान है. जुकरबर्ग भारत के पंतनगर के नीम करौली बाबा के आश्रम आये थे. यह आश्रम पिछले कई सालों से अमेरिकियों का सबसे पसंदीदा धार्मिक स्‍थल है. जुकरबर्ग ने कहा था कि वे एप्‍पल के सीईओ स्‍टीव जॉब्‍स के कहने पर यहां आये थे. उन्‍होंने कहा कि स्‍टीव भी वहां जा चुके हैं. फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि वह भारत को ज्ञान का मंदिर मानते हैं जहां से उन्होंने फेसबुक को फिर से संगठित करने की प्रेरणा ली जब 10 साल पहले कंपनी कठिन दौर से गुजर रही थी और बिकने की कगार पर पहुंच गयी थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 27 सितंबर को फेसबुक मुख्यालय में बातचीत की मेजबानी करते हुए जुकरबर्ग ने कहा, ‘निजी तौर पर भारत को लेकर मैं कई वजहों से उत्साहित हूं.’ उन्होंने 10 साल पहले के अपने एक महीने लंबे भारत दौरे के जिक्र करते हुए कहा था, ‘फेसबुक के इतिहास में भारत बहुत महत्वपूर्ण है.’ जुकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक कठिन दौरे से गुजर रहा था और बिकने के कगार पर पहुंच गया था तब उनके ‘गुरू’ और एप्पल के पूर्व सीइओ स्टीव जॉब्स ने कहा कि ‘मैं भारत में एक मंदिर का दौरा करुं.’

उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने करीब एक महीने के लिए भारत का दौरा किया.’ उनके मुताबिक भारत की यात्रा के बाद उनके भीतर फेसबुक को अरबों की कंपनी के रूप में तब्दील करने का भरोसा फिर से पैदा हुआ. उन्होंने कहा, ‘विचार यह है कि कुछ करने से पहले आपको मंदिर जाना चाहिए.’ जुकरबर्ग ने कहा, ‘भारत में बहुत आशावाद है. आप भारत पहुंचते हैं, आशा लिए मंदिर में जाते हैं. और देखिए कि आप कहां पहुंच जाते हैं. आपका अनुभव आशा दिखाता है.

भारत के बारे में कुछ विशेष है.’ फेसबुक के प्रमुख ने कहा कि वह इस बारे में जानने के इच्छुक थे कि मोदी ने लोगों से सीधे जुडने के लिए कैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में अब भी एक अरब लोग इंटरनेट से दूर हैं. मोदी ने कहा, ‘मैं आशा करता हूं कि आप दुनिया भर में एक अरब लोगों की आवाज बनेंगे.’

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