वाशिंगटन : कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी हस्तक्षेप के पाकिस्तानी प्रयास को खारिज करते हुए ओबामा प्रशासन ने आज कहा कि कश्मीर को लेकर उसकी नीति में रत्ती भर भी बदलाव नहीं आया है और वह इसे भारत एवं पाकिस्तान के बीच का मुद्दा मानता है.
ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों के एक समूह से कहा कश्मीर पर हमारी नीति में रत्ती भर भी बदलाव नहीं हुआ है. अमेरिका की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जबकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपना अमेरिकी दौरा शुरु कर रहे हैं और इस दौरान वह राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलेंगे.
इससे पहले चार दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे शरीफ ने कश्मीर मुद्दे के हल के लिए अमेरिका के हस्तक्षेप की मांग की थी. शरीफ की 23 अक्तूबर को व्हाइट हाउस में ओबामा से मुलाकात होने का कार्यक्रम है.
बहरहाल वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने पाकिस्तान के भीतर से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद तथा नवाज शरीफ के इस वर्ष मई में चुनाव जीत कर सत्ता में आने के बाद भारत पाकिस्तान के बीच चल रही मौजूदा वार्ता में इस आतंकवाद के कारण पड़ने वाले प्रभाव पर चिंता जतायी है.
अधिकारी ने कहा निश्चित तौर पर हम आतंकवादी समूहों को लेकर चिंतित हैं जो वार्ता प्रक्रिया को पटरी से उतार सकते हैं. अधिकारी ने कहा कि ओबामा शरीफ बैठक का जोर अफगानिस्तान के साथ-साथ उर्जा, अर्थव्यवस्था, चरमपंथ सहित द्विपक्षीय संबंधों पर रहेगा.
उन्होंने कहा कि भारत का उल्लेख भी बातचीत में हो सकता है. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया हमें उम्मीद है कि किसी बिन्दु पर भारत का उल्लेख आएगा (ओबामा शरफी बैठक के दौरान). हम भारत एवं पाकिस्तान दोनों की ओर से उठाए गये कदम से काफी उत्साहित हैं.