पाक के साथ भारत जैसा ”परमाणु समझौता” नहीं करेगा अमेरिका
वाशिंगटन : अमेरिका ने भारत जैसा परमाणु समझौता किये जाने के संबंध में पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की वार्ता करने से ‘स्पष्ट रूप से इनकार’ करते हुए अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों को ‘पूरी तरह गलत’ करार दिया है. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कल हुई […]
वाशिंगटन : अमेरिका ने भारत जैसा परमाणु समझौता किये जाने के संबंध में पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की वार्ता करने से ‘स्पष्ट रूप से इनकार’ करते हुए अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों को ‘पूरी तरह गलत’ करार दिया है. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कल हुई बैठक के बाद एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘मुझे स्पष्ट रूप से यह बताने दीजिए कि हमने पाकिस्तान के साथ 123 समझौते पर कोई वार्ता नहीं की है और न ही हम असैन्य परमाणु निर्यात मुहैया कराने के लिए परमाणु आपूर्ति समूह में पाकिस्तान के लिए छूट की मांग करेंगे.’
अधिकारी ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर यह बात की. उन्होंने अमेरिकी मीडिया में छपी उन रिपोर्टों के बारे में प्रश्न किये जाने पर यह बात कही जिनमें कहा गया था कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ एक परमारणु करार करने पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि मीडिया में जो बताया गया है, वह सही नहीं हैं. अधिकारी ने कहा, ‘मैं आपको स्पष्ट रूप से यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि पाकिस्तान के साथ 123 समझौता किये जाने के संबंध में प्रेस द्वारा लगायी गयी अटकलें पूरी तरह गलत हैं.’
असैन्य परमाणु सौदे के बारे में पाकिस्तान का भी इंकार
पिछले दिनों पाकिस्तान ने भी अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु करार के बारे में चर्चा की संभावनाओं संबंधी रिपोर्टो को खारिज करते हुए इन्हें अटकलबाजी करार दिया था. पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने बताया, ‘आज असैन्य परमाणु करार पर कोई बातचीत नहीं हुई. न ही यह होने जा रही है. यह केवल अटकलबाजी का मामला है.’ पाकिस्तान का इंकार इन रिपोर्टो के बीच आया था कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच आज होने वाली मुलाकात में असैन्य परमाणु करार पर विचार विमर्श होने की संभावना है.
चौधरी ने इसके साथ ही इस सप्ताह की शुरुआत में ऐसा कोई बयान देने से इंकार किया कि पाकिस्तान के ‘परमाणु हथियारों’ के चलते भारत के लिए उसके खिलाफ युद्ध का बिगुल बजाना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, ‘हम संचालन संबंधी ब्यौरे के बारे में बात नहीं करते हैं.’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार भारत के किसी भी हमले को रोकने के लिए हैं. यह पूरी तरह से परमाणु प्रतिरोध होगा.’
चौधरी ने कहा, ‘पाकिस्तान और अमेरिका पाक की परमाणु सुरक्षा पर विचार विमर्श कर रहे हैं और यह जारी रहेगा. अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के संबंध में पाक की कमान और नियंत्रण ढांचे पर भरोसा जताया है.’ इससे पूर्व दिन में विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि दोनों देश विभिन्न मुद्दों पर नियमित आधार पर विचार विमर्श करना जारी रखेंगे जिनमें परमाणु सुरक्षा का मुद्दा भी शामिल है.