पुइस्सेगुईन : दक्षिण पश्चिम फ्रांस में पेंशन पाने वाले लोगों से भरी एक बस के एक लॉरी से टकराने के बाद उसमें आग लगने से कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई. यह पिछले तीन दशकों में देश में हुआ सबसे भीषण हादसा है. स्थानीय अधिकारियों और आपातकालीन कर्मचारियों के मुताबिक, बस पेंशन क्लब के सदस्यों को सैर पर ले जा रही थी तभी संत इमिलियन क्षेत्र में पुस्सेगुइन गांव के पास एक लौरी से टकरा गयी थी. उन्होंने बताया कि समझा जाता है कि अधिकतर लोग आग लगने से मारे गये जबकि लॉरी का चालक भी मारा गया.
अधिकारियों ने कहा कि दोनों चालक मारे गए जबकि बाकी मृतक बस यात्री थे. टेलीविजन पर दिखायी गयी तस्वीरों में बस पूरी तरह जली दिख रही है. पेटीट-पलायस-एट-कारनेम्पस के एक निवासी जीन सोलन्स ने बताया, ‘हमनें बहुत सारे लोगों को खो दिया.’ 650 लोगों के इस छोटे से गांव के कई लोग इस बस में सवार थे. उसने बताया, ‘मैंने अपने भाई, पडोसियों और दोस्तों को खो दिया’ एथेंस की आधिकारिक यात्रा पर गये राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने वहां से कहा, ‘इस भयावह त्रासदी के बाद फ्रांस की सरकार पूरी तरह से जुटी हुई है.’
स्थानीय आधिकारियों ने बताया कि पांच यात्री किसी तरह से बचने में कामयाब रहे हैं. हालांकि बस में आग लगने की वजह से उन्हें मामूली जख्म आये हैं. वहीं तीन अन्य सुरक्षित हैं. मौके पर कई आपात वाहन भेजे गए हैं. बस में 49 यात्री और एक चालक सवार था. बस दुर्घटना स्थल के पास के एक गांव से आज सुबह बुजुर्गों को पर्यटन के लिए लेकर रवाना हुई थी.