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पाकिस्तान -अफगानिस्तान में भूकंप, 136 की मौत

इस्लामाबाद : पाकिस्तान का उत्तरी हिस्सा आज शक्तिशाली भूकंप से दहल उठा और इससे कम से कम 105 लोगों की मौत हो गई जबकि 1,000 से अधिक घायल हो गए. प्रभावित इलाकों में राहत अभियान के लिए सेना को तैनात किया गया है. ‘यूएस जियोलोजिकल सर्वे’ के अनुसार 7.5 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र काबुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2015 5:16 PM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान का उत्तरी हिस्सा आज शक्तिशाली भूकंप से दहल उठा और इससे कम से कम 105 लोगों की मौत हो गई जबकि 1,000 से अधिक घायल हो गए. प्रभावित इलाकों में राहत अभियान के लिए सेना को तैनात किया गया है.

‘यूएस जियोलोजिकल सर्वे’ के अनुसार 7.5 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र काबुल से 250 किलोमीटर दूर उत्तरपूर्वी अफगानिस्तान के जुर्म के करीब 213.5 किलोमीटर की गहराई में स्थित था. पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल राहील शरीफ खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर के लिए रवाना हो गए हैं जहां वहां बचाव अभियान की निगरानी करेंगे. सेना ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है.

‘डॉन’ ने खबर दी है कि खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत और संघ प्रशासित क्षेत्र (फाटा) में 96 लोग मारे गए हैं, जबकि पंजाब प्रांत में पांच और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चार लोगों की मौत हुई है. प्रांतीय आपदा मोचन प्राधिकरण ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि बचाव एवं राहत कोष का इस्तेमाल किया जाए. सभी सरकारी अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित की गई है तथा प्रभावित इलाकों में जरुरी वस्तुएं भेज दी गई हैं.

खैबर पख्तूनख्वाह के चितराल, स्वात, शांगला, डीर और बुनेर जिलों में कई इमारतें ढह गई हैं. पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि इस भूकंप का झटका दिन में करीब 2:09 बजे महसूस किया गया. पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की भी जानकारी सामने आ रही है. ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है.

कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, पेशावर, क्वेटा, कोहाट, और मालाकंड समेत पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सभी संघीय, नागरिक, सैन्य एवं प्रांतीय एजेंसियों को निर्देश दिया है कि तत्काल अलर्ट घोषित किया जाए तथा सभी संसाधनों को एकसाथ लाया जाए ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. सभी एजेंसियों को कहा गया है कि वे अपने संसाधनों के साथ पहुंचे.

शरीफ ने गिलगिट बाल्टिस्तान के गवर्नर से भी कहा है कि वह राहत एवं बचाव तथा नुकसान के आकलन के लिए कबायली प्रशासन को तत्काल लगाएं. प्रधानमंत्री के निर्देश पर 24 घंटे काम करने वाले आपदा प्रकोष्ठ का गठन किया गया है जो सभी संघीय, नागरिक, सैन्य एवं प्रांतीय एजेंसियों के साथ समन्वय करेगा. शरीफ ने गवर्नर को यह भी निर्देश दिया कि वह तत्काल गिलगिट पहुंचे तथा राहत एवं बचाव अभियान की कमान संभाले.

भारत- जम्मू कश्मीर में महसूस किये गये भूकंप के तेज झटके, 3 की मौत
भारत में दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये. दफ्तर और घरों से सब बाहर निकल गये. भारत में सबसे ज्यादा नुकसान जम्मू कश्मीर में होने की खबर है. जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में घरों के दिवारों पर दरार की तस्वीरें सोशल साइट पर डाली जा रही है वहीं सड़क और पुल पर भी दरारें आ गयी. हालांकि इन इलाकों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. लेकिन जम्मू कश्मीर में 2005 के बाद यह सबसे तेज झटके महसूस किये गये. उत्तर भारत के कई इलाकों में भी झटके महसूस किये गये. जम्मू कश्मीर में महसूस किए गये 7.5 तीव्रता वाले भूकंप के झटकों के दौरान आज दो बुजुर्ग महिलाओं की दिल का दौरा पडने से मौत हो गयी जबकि रियासी जिले में एक युवक की जान चली गयी.
सेना के दो जवानों सहित दस लोग भूकंप के कारण घायल हो गये. कश्मीर घाटी में करीब तीन दर्जन इमारतों, सार्वजनिक आधारभूत सुविधाओं को भी नुकसान पहुंचा है.पुलिस ने बताया कि बारामुला के पुराने शहर में भूकंप के दौरान जब 65 वर्षीय जोना बेगम को खुले स्थान पर ले जाया जा रहा था उसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड गया.
अनंतनाग जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि जिले के बिजबेहाडा क्षेत्र में इसी प्रकार की परिस्थिति में 80 वर्षीय फातिमा की दिल का दौरा पडने से मौत हो गयी.रियासी जिले के दूरदराज के बथोडी गांव में भूकंप के दौरान चट्टाने गिरने से मोहम्मद अशरफ नामक 16 वर्षीय किशोर की सिर में चोट लगने के कारण मौत हो गयी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस दौरान किशोर का पिता भी घायल हो गया.
पुलिस के अनुसार घटना के समय पिता पुत्र मवेशियों को चराने गये थे.इस बीच सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सोपोर में सेना का एक बंकर गंजू हाउस के भीतर ढह गया जहां सेना की एक यूनिट डेरा जमाये हुए थी . बंकर ढहने से दो सैनिक घायल हो गये जिन्हें अस्पताल ले जाया गया.
अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा जिले में छह लोग भूकंप के दौरान घायल हो गये जबकि एक अन्य व्यक्ति इस दौरान अपनी खिडकी से कूदकर निकल रहा था तो गिरने से फे्रक्चर हो गया.
प्रारंभिक सूचनाओं का हवाला देते हुए अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में दो दर्जन से अधिक आवासीय इमारतों तथ छह पुलिस इमारतों को नुकसान पहुंचा है.
अधिकारियां ने बताया कि श्रीनगर के बीचोंबीच जहांगीर चौक पर फ्लाईओवर में भी दरार आ गयी है जिसके कारण अधिकारियों को इसके उपर से यातायात रोकना पडा. बाद में इंजीनियरों के दल के मौके का मुआयना करने के बाद उसे यातायात के लिए खोल दिया गया.
बारामुला के रफियाबाद में एक पेड के उखड कर गिरने से एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया.आज जम्मू कश्मीर सहित उत्तर भारत में 7.5 तीव्रता वाले भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये. घबराये लोग अपने घरों एवं कार्यालयों से बाहर निकल आये. भूकंप के झटके करीब एक मिनट तक महसूस किए गये.
नेपाल और अफगानिस्तान में भी महसूस हुए झटके
भूकंप की तबाही से नेपाल अभी ठीक से उबरा भी नहीं है कि एक और भूकंप के झटके महसूस हुए. भारत ने भूकंप से उबरने में नेपाल की पूरी मदद की नेपाल भी अब धीरे- धीरे भूकंप के हुए नुकसान से उबर रहा है लेकिन इन झटकों ने नेपाल के लिए चिंता की लकीरें खींच दी है. अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस हुए अबतक अफगानिस्तान में 30 लोगों के मरने की खबर है. इसके अलावा कई लोग घायल है.
अफगानिस्तान में आज 7.5 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आने से कम से कम 31 लोग मारे गए जिनमें एक स्कूल की 12 छात्राएं शामिल हैं जो भूकंप से स्कूल की ढहती इमारत से भागते समय मची भगदड की भेंट चढ गयीं. भूकंप के झटके पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में महसूस किए गए जिससे सैकडों अन्य घायल हो गए और अफगानिस्तान, पाकिस्तान एवं भारत में घबराए लोग सडकों पर निकल आए.
यूएस ज्योलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र उत्तरपूर्वी अफगानिस्तान में जुर्म के पास था और 213.5 किलोमीटर की गहराई पर आया। यह जगह राजधानी काबुल से 250 किलोमीटर दूर है.अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘शुरुआती रिपोर्ट से बदख्शांं, तखर, नांगरहार, कुनार और राजधानी काबुल सहित दूसरे क्षेत्रों में जान माल की भारी क्षति होने का पता चला है.’ अधिकारियों ने कहा कि देश में कम से कम 31 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और मृतकों का आंकडा बढ सकता है.
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘सही संख्या का पता नहीं चल रहा क्योंकि फोन लाइन बंद पड रहे हैं और कई इलाकों में संचार टूट गया है.’ उन्होंने कहा कि सरकार ने सहायता एजेंसियों से राहत उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
बदख्शां के गर्वनर शाह वली अदीब ने कहा, ‘‘भूकंप से कुछ जिलों में भीषण तबाही हुई है. अब तक 1,500 घरों के क्षतिग्रस्त या नष्ट होने की खबर है.’ भूकंप का केंद्र अक्तूबर 2005 में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप से कुछ सौ किलोमीटर दूर है. 2005 में आए भूकंप से 75,000 लोग मारे गए थे जबकि 35 लाख और लोग विस्थापित हुए थे.उत्तरी अफगान के तखर प्रांत में कम से कम 12 स्कूली छात्राओं के भूकंप के बाद मची भगदड में मारे जाने की खबर है.प्रांत के शिक्षा विभाग के प्रमुख इनायत नवीद ने कहा, ‘‘छात्राएं तालुकन शहर :प्रांत की राजधानी: में स्कूल की इमारत से भागकर निकल रही थी जिससे भगदड मच गयी।’ उन्होंने कहा, ‘‘12 नाबालिग लडकियां मारी गयीं और 35 अन्य घायल हो गए।’ अधिकारियों ने कहा कि 12 छात्राओं समेत देश में कम से कम 31 लोग मारे गए.
भारत ने दोनों देशों को मदद का दिया है आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप के तुरंत बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान को मदद की अपील करते हुए कहा कि हम आपकी मदद के लिए तैयार है. भूकंप के बाद भगदड़ में स्कूली बच्चियों की मौत हो गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से फोन कर बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री मोदी पहले ही ट्वीट कर भी इसकी घोषणा कर चुके हैं.

http://www.prabhatkhabar.com/news/world/strong-earthquake-afghanistan-pakistan-tremors-felt-in-delhi-ncr-and-north-india/573877.html

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