अमेरिकी पैनल ने गिलीड साइसेंज की हेपेटाइटिस सी दवा का समर्थन किया

वाशिंगटन : अमेरिकी खाद्य एवं दवा प्रशासन(एफडीए )सलाहकारों ने गिलीड साइसेंज की हेपेटाइटिस सी दवा के पक्ष में सर्वसम्मति से मतदान किया है.यह दवा यकृत को नष्ट करने वाले वायरस से पीड़ित लाखों लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण साबित हो सकती है. वायरस विशेषज्ञों के एफडीए पैनल के सभी 15 सदस्यों ने कल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2013 11:51 AM

वाशिंगटन : अमेरिकी खाद्य एवं दवा प्रशासन(एफडीए )सलाहकारों ने गिलीड साइसेंज की हेपेटाइटिस सी दवा के पक्ष में सर्वसम्मति से मतदान किया है.यह दवा यकृत को नष्ट करने वाले वायरस से पीड़ित लाखों लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण साबित हो सकती है.

वायरस विशेषज्ञों के एफडीए पैनल के सभी 15 सदस्यों ने कल हेपेटाइटिस सी के विभिन्न स्वरुपों के उपचार के लिए गिलीड के ‘सोफोसबुविर’ दवा के अनुमोदन की सिफारिश के लिए मतदान किया है. गौरतलब है कि अमेरिका में 30 लाख से अधिक लोग हेपेटाइटिस सी से पीड़ित है. यकृत को क्षतिग्रस्त करने वाली इस रक्तजनित बीमारी से हर वर्ष 15,000 लोग मारे जाते हैं.

इस बीच एफडीए ने हाइड्रोकोडोन के अधिक शक्तिशाली एकल घटक संस्करण को भी मंजूरी दे दी है. शल्य चिकित्सा, गठिया, चोट और सरदर्द जैसी समस्याओं के उपचार में दर्द निवारक के तौर पर उपयोग में लाई जाने वाली दवा हाइड्रोकोडोन फिलहाल वाइकोडिन जैसी गोलियों के साथ मिला कर जाती है.

इससे पहले इस एजेंसी की अपनी ही एक समिति ने पिछले वर्ष इस दवा की अत्याधिक नकारात्मक समीक्षा की थी. दर्द विशेषज्ञों के इस पैनल ने अमेरिका में सबसे अधिक दुरपयोग की जाने वाली इस दवा के नए संस्करण की आवश्यकता पर सवाल उठाते हुए दो के मुकाबले 11 मतों से इस दवा के खिलाफ वोट दिया था. इस दर्द निवारक दवा की लत से परेशन होकर वर्ष 2011 में आत्महत्या करने वाले माइकल के पिता एवी इस्राइल कहते हैं, ‘‘हम अब और अधिक बच्चों को मारने जा रहे हैं और फिर एफडीए हमारे वापस आएगा और कहेगा ‘‘ओह. हमने गलती कर दी.’’

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