चीन से समझौते के बाद नेपाल को पेट्रोल की पहली खेप मिली
काठमांडो: ईंधन समस्या से जूझ रहे नेपाल को चीन से पहली बार 73.5 टन पेट्रोल की पहली खेप प्राप्त हुई है. इससे पहले, दोनों देशों ने पेट्रोलियम उत्पादों की कमी दूर करने के लिये समझौते पर दस्तखत किये. नेपाल के नये संविधान को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर एक महीने से मधेशियों की अगुवाई में नाकेबंदी […]
काठमांडो: ईंधन समस्या से जूझ रहे नेपाल को चीन से पहली बार 73.5 टन पेट्रोल की पहली खेप प्राप्त हुई है. इससे पहले, दोनों देशों ने पेट्रोलियम उत्पादों की कमी दूर करने के लिये समझौते पर दस्तखत किये. नेपाल के नये संविधान को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर एक महीने से मधेशियों की अगुवाई में नाकेबंदी से हिमालयी देश में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति की समस्या हो गयी है.
गौरतलब है कि भारत और नेपाल के बीच पिछले 40 सालों से तेल को लेकर समझौते हुए थे. लेकिन, हाल ही में संविधान लागू होने के बाद मधेशी आंदोलन के चलते ईंधन के आपूर्ति में दिक्कत हो रही थी. नेपाल की नयी सरकार ने इस समस्या से निजात पाने के लिए चीन से तेल के लिए समझौते किये है.
चीन से पेट्रोल लेकर आये 12 ट्रक रासुवागाधी व्यापार केंद्र के रास्ते नेपाल में प्रवेश कर गये. नेपाल ऑयल कारपोरेशन (एनओसी) के प्रवक्ता दीपक बराल ने कहा, ‘‘हमने दो दिनों में चीन से 73.5 टन पेट्रोल प्राप्त किया.” एनओसी तथा पेट्रो चाइना के बीच पिछले सप्ताह समझौते के तहत इन टैंकरों में 1,44,000 लीटर पेट्रोल और डीजल नेपाल लाया गया. प्रवक्ता के अनुसार समझौते के तहत चीन पेट्रोल, डीजल, एलपीजी गैस तथा एयर गैसोलीन की आपूर्ति करेगा.