पीएम मोदी की ब्रिटेन यात्रा, कई बड़े समझौते होने की संभावना
लंदन: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिटेन की प्रथम यात्रा के दौरान दोनो देश परमाणु उर्जा और रक्षा सहयोग पर विचार विमर्श के साथ ही व्यवसायिक और निजी क्षेत्र से जुडे कुछ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. भारत…ब्रिटेन संबंध को परिपक्व बताते हुए विदेश मंत्री फिलिप हैमंड ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की हालिया […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
November 5, 2015 9:58 PM
लंदन: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिटेन की प्रथम यात्रा के दौरान दोनो देश परमाणु उर्जा और रक्षा सहयोग पर विचार विमर्श के साथ ही व्यवसायिक और निजी क्षेत्र से जुडे कुछ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. भारत…ब्रिटेन संबंध को परिपक्व बताते हुए विदेश मंत्री फिलिप हैमंड ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की हालिया यात्रा के दौरान घोषित करोडों पाउंड के परमाणु समझौते से कोई तुलना करने से दूर रहने की अपील की.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यहां की अगले हफ्ते की यात्रा के दौरान दोनो देशों के बीच कुछ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि विभिन्न देश विभिन्न तरीकों से चीजों को करते हैं. चूंकि भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुत बडा और महत्वपूर्ण निजी क्षेत्र है, सरकार से सरकार के बीच समझौतों की बजाय कई वाणिज्यिक और निजी क्षेत्र के सौदे होंगे.
ब्रिटिश कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री ने यात्रा के दौरान रक्षा और असैन्य परमाणु उर्जा के चर्चा के केंद्र में होने की बात कही और पुष्टि की कि इसमें हॉक ट्रेनर का ‘मेक इन इंडिया’ पहलू भी शामिल होने की संभावना है. हैमंड ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का भारत को खोलने का नीतिगत रुख बहुत हद तक उन चीजों के लिए प्रोत्साहित करता है जैसा कि हम चाहते हैं. उन्होंने कहा कि रक्षा उपकरणों के क्षेत्र में दोनों सरकारों के बीच, मेक इन इंडिया कार्यक्रम में कहीं अधिक व्यापक गुंजाइश देखते हैं.
इस क्षेत्र में प्रमुख ब्रिटिश रक्षा ठेकेदार और ब्रिटिश रक्षा आईपी दोनों देशों के फायदे के लिए भारतीय रक्षा उद्योग को विकसित करने के एजेंडे में भूमिका निभा सकते हैं. हम जिस रक्षा पैकेज के बारे में बात करना चाहते हैं उसमें हॉक ट्रेनर एक विषय होगा.हैमंड ने स्वीकार किया कि ब्रिटेन की अपनी खुद की प्रणाली के चलते असैन्य परमाणु चर्चा को लेकर संकट में रहा है जिसे अब कहीं अधिक रचनात्मक असैन्य परमाणु संबंध सुनिश्चित करने के लिए सुलझा लिया गया है.
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि ब्रिटेन भारत के असैन्य परमाणु कार्यक्रम में कहीं अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और हम भविष्य में काम करने के लिए एक सहयोग को संहिताबद्ध कर सकने को लेकर सारे अवरोधों को हटा रहे हैं. हम साधारणतया दोनो ओर नौकरशाही अवरोधों को हटाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि हम संबंधों के काम करने की राह में एक बदला हुआ कदम देख सकें. मोदी अगले बृहस्पतिवार को ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा शुरु कर रहे हैं.
हैमंड ने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में ब्रिटिश कंपनी रॉल्स रॉयस भारत में बहुत कुछ करने की इच्छुक है. उन्होंने कहा कि रॉल्स रॉयस भारत में न सिर्फ भारत के लिए विनिर्माण करने के लिए निवेश कर रहा है बल्कि भारत में मौजूद कौशल के इस्तेमाल के लिए भी निवेश कर रहा है. उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि मोदी की यात्रा के दौरान लंदन में कई सारी वित्तीय सेवाओं और वित्तीय प्रौद्योगीकियों की घोषणा होने की उम्मीद है.
विदेश मंत्री ने दोनों देशों के बीच एक मजबूत और बढते रक्षा सहयोग पर भी जोर दिया। स्पष्ट है कि हम ब्योरे में नहीं जा सकते, लेकिन हम भविष्य में आतंकवाद निरोध और आतंकवाद निरोध के लिए खुफिया सूचनाओं पर काम जारी रखने की उम्मीद रखते हैं. उन्होंने 13 नवंबर को लंदन के वेम्बले स्टेडियम में मोदी के संबोधन से जुडे आयोजन को ब्रिटेन के इतिहास में सबसे बडी राजनीतिक रैली होने की संभावना जताई.
मोदी 12 नवंबर को लंदन पहुंचेंगे और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ दोपहर का भोजन करेंगे. उनका अपने ब्रिटिश समकक्ष डेविड कैमरन के साथ वार्ता का कार्यक्रम है. वह पार्लियामेंट स्कवॉयर में महात्मा गांधी के प्रतिमा स्थल भी जाएंगे.ब्रिटिश संसद के स्पीकर की मेजबानी वाले स्वागत समारोह में वह भारतीय मूल के एवं अन्य सांसदों से बातचीत करेंगे. वह टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाली जगुआर लैंड रोवर फैक्टरी भी जाएंगे और उत्तर लंदन में एक नये अंबेडकर स्मारक और 12 वीं सदी के भारतीय दार्शनिक बासव की एक नई प्रतिमा का भी अनावरण करने की भी उनकी योजना है. प्रधानमंत्री 14 नवंबर को जी…20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने अंकारा के लिए रवाना होंगे.