मैक्सिको सिटी : मैक्सिको के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कॉलेज के 43 लापता छात्रों के मामले की जांच के बारे में जुलाई में की गई अपनी सभी सिफारिशों को लागू करने में असफलता के लिए अटॉर्नी जनरल के कार्यालय की आलोचना की है. कल जारी किये गये दस्तावेज में आधिकारिक आयोग ने कहा है कि उसकी रिपोर्ट पर कार्यालय की प्रतिक्रिया ‘नाकाफी और गलत’ है तथा अभियोजक अपनी स्थिति के समर्थन में आवश्यक दस्तावेज मुहैया कराने में नाकाम रहे. आयोग ने शिक्षक कॉलेज के छात्रों के लापता होने के मामले की जांच में हुई 32 चूकों और सिफारिशों की एक सूची जारी की है.
इस मामले को लेकर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आक्रोश उपजा और व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए. दक्षिणी राज्य ग्युएरेरे के इन छात्रों ने इगुआला शहर में प्रदर्शन के लिए जाने के खातिर एक बस को कब्जे में कर लिया था लेकिन इसके बाद से वे लापता हो गए. अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने कहा कि स्थानीय पुलिस ने 26 सितंबर 2014 को इन छात्रों को हिरासत में ले कर इन्हें मादक द्रव्यों का कारोबार करने वाले गिरोह के सुपुर्द कर दिया था जिसने छात्रों को मार डाला और उनके शव उस जगह जला दिये जहां कचरा फेंका जाता है. बाद में उनके अवशेषों को कथित तौर पर कचरे के थैलों में भर कर समीपवर्ती नदी में फेंक दिया गया.