लंदन : ब्रिटेन में भारतीय मूल की 46 वर्षीय अभियानकर्ता को उनके ‘शानदार’ धर्मार्थ काम और महिलाओं सहित युवा लोगों के सशक्तीकरण के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ‘प्वाइंट ऑफ लाइट’ पुरस्कार से सम्मानित किया है. बच्चों के लिए धर्मार्थ अनुदान संचय करने और सैकड़ों महिला एवं युवा लोगों के सशक्तीकरण के लिए स्वयंसेवकों के रूप में अपने समुदाय के साथ शामिल होने पर मुना चौहान के काम को मान्यता प्रदान की गयी है. कैमरन ने कहा, ‘मुना जिन कारणों का समर्थन करती है, उनके लिए उन्होंने न केवल धन एकत्र करने में अपना समय दिया बल्कि 200 से अधिक युवा लोगों का सशक्तीकरण किया एवं महिलाओं को स्वयं सेवा में शामिल किया और उनके बीच बदलाव लाने के लिए काम किया.’
उन्होंने कहा, ‘मुना का काम दूसरों के लिए प्रेरणादायक है और इसका उनके समुदाय से भी अधिक लोगों पर प्रभाव पडा और मुझे उन्हें ब्रिटेन का 387 वां प्वाइंट ऑफ लाइट प्रदान करते हुये खुशी हो रही है.’ यह पुरस्कार अमेरिका के जबर्दस्त सफल प्वाइंटस ऑफ लाइट कार्यक्रम के सहयोग से प्रदान किया जाता है. पूरे अमेरिका और ब्रिटेन में स्वयंसेवा वाले व्यक्ति के उत्कृष्ट उदाहरण के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है. दूसरे स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करने के अलावा चौहान ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय धर्मार्थ विकास और एनजीओ के लिए 50 लाख पाउंड से अधिक राशि उपलब्ध करायी है.