पेरिस : पेरिस में तैनात हजारों फ्रांसीसी सैनिकों और पर्यटन स्थलों पर लोगों ने आज मौन खड़े होकर यहां आतंकी हमलों में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी वहीं जांच अधिकारियों ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देश में सबसे घातक हिंसा में शामिल एक संदिग्ध आत्मघाती हमलावर के रिश्तेदारों से पूछताछ की.
शुक्रवार को एक स्टेडियम, एक कंसर्ट हॉल और पेरिस के कैफे में हुए हमलों में 129 लोगों की मौत हो गयी और 350 से अधिक घायल हो गये. घायलों में से 99 की हालत गंभीर है. इस्लामिक स्टेट संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
हमले का वैश्विक असर हुआ है. इसके बाद पूरे फ्रांस में, यूरोप में और न्यूयॉर्क तक समुद्री मार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और यहां तक कि अमेरिका में कल रात राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के चयन के लिए बहस में पेरिस हमला एक मुख्य मुद्दा बन गया.
दुनिया के कई देशों ने फ्रांस में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनी राष्ट्रीय इमारतों पर फ्रांस के नीले, सफेद और लाल रंग की छवि उकेरी वहीं एफिल टॉवर और न्यूयॉर्क की एंपायर स्टेट बिल्डिंग अंधेरे में डूब गए. पेरिस के अभियोजक फ्रांस्वा मोलिन्स ने कहा कि हमलावर विस्फोटक टीएटीपी की बेल्ट पहने हुए थे और इनमें सात आत्मघाती हमलावर शामिल थे.
जांच का दायरा फ्रांस से बाहर तक चला गया है. बेल्जियम में अधिकारियों ने हमलों के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. फ्रांस के नेशनल स्टेडियम में हमला करने वाले एक शख्स के शव के पास से सीरियाई पासपोर्ट मिलने से लगता है कि वह पिछले महीने यूनान के रास्ते यूरोपीय संघ में आया.
इस बीच यूनान में अधिकारियों ने कहा कि पासपोर्ट मालिक तीन अक्तूबर को लीरोज के रास्ते आया था. पेरिस की सुरक्षा के लिए 3000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है.