ISIS शैतान का चेहरा, हवाई हमले करेंगे : बराक ओबामा

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्‍ट्रपति ने फ्रांस पर आतंकी हमले के बाद बयान जारी करते हुए कहा कि आईएसआईएस शैतान का चेहरा है. उन्‍होंने कहा कि आईएसआईएस के खात्‍मे के लिए अमेरिका उसपर हवाई हमले तेज करेगा और उसे जड़ से मिटा देगा. ओबामा ने ईराक में जमीनी सेना भेजने से इंकार कर दिया और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2015 8:00 AM

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्‍ट्रपति ने फ्रांस पर आतंकी हमले के बाद बयान जारी करते हुए कहा कि आईएसआईएस शैतान का चेहरा है. उन्‍होंने कहा कि आईएसआईएस के खात्‍मे के लिए अमेरिका उसपर हवाई हमले तेज करेगा और उसे जड़ से मिटा देगा. ओबामा ने ईराक में जमीनी सेना भेजने से इंकार कर दिया और कहा कि सभी हमले हवाई होंगे. अमेरिकी वायुसेना दुनिया की सबसे बड़ी सेना है. दूसरी ओर पेरिस हमलों के बाद अमेरिकी के नेतृत्व वाले गठबंधन बलों के युद्धक विमानों ने सीरिया में आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट को निशाना बनाया. फ्रांस ने आईएस के गढ राका पर बमबारी की और एक दूसरे हमले में तेल के दर्जनों टैंकर को निशाना बनाया.

फ्रांस ने कहा कि शुक्रवार को पेरिस मे हुए सिलसिलेवार आतंकी हमले के बाद पहली बडा सैन्य प्रतिक्रिया में उसके 12 युद्धक विमानों ने राका में आईएस के ठिकानों पर हमले किये. राका सीरिया में जेहादियों की वास्तविक राजधानी है. पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने कहा कि फ्रांस सीरिया में अभियान ‘तेज’ कर देगा. उन्होंने संसद के दोनों सदनों की एक विशेष बैठक में कहा, ‘हम आने वाले हफ्तों में हमले जारी रखेंगे.’ कार्यकर्ताओं और एक निगरानी समूह ने कहा कि हमलों ने राका को हिलाकर रख दिया और घबराहट फैल गयी लेकिन मृतकों की संख्या का अभी पता नहीं चला है.

गौरतलब है कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में कंसर्ट हॉल, रेस्तरां और राष्ट्रीय खेल स्टेडियम को निशाना बनाकर बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों ने हमले किए जिनमें कम से कम 128 लोगों की मौत हो गयी. हालांकि कुछ दूसरे स्रोतों से आ रही खबरों के अनुसार, अबतक 153 लोगों की मौत हो चुकी है. इस्लामिक स्टेट ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद ने इन आतंकी हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट यानी आइएस को जिम्मेदार ठहराया है और बिना किसी दया के जवाबी हमला करने का संकल्प लिया है. ओलोंद ने इन हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया.

आपात सुरक्षा बैठक के बाद ओलोंद ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया और देश की सुरक्षा को सबसे उच्चतम स्तर पर ले जाने की बात कही. पेरिस में इन जघन्य हमलों को अंजाम देने वाले कम से कम आठ आतंकवादियों ने आत्मघाती बेल्ट लपेट रखा था. उन्होंने पेरिस की सड़कों पर खून-खराबा मचाया. साल 2004 के मैड्रिड ट्रेन बम धमाकों के बाद यूरोप में यह अब तक का सबसे जघन्य हमला है. सबसे भयावह जनसंहार पूर्वी पेरिस में स्थित एक कंसर्ट हॉल बाताक्लां में हुआ, जहां एक अमेरिकी रॉक बैंड को प्रस्तुति देनी थी. हाथों में एके-47 लिए हुए और ‘अल्लाहू अकबर’ बोलते हुए चार हमलावर कंसर्ट हॉल में घुसे और कम से कम 82 लोगों की हत्या कर दी तथा कई लोगों को बंधक भी बनाया.

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