सिंगापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में अपने समकक्ष ली सीन लूंग और राष्ट्रपति टोनी तान केंग याम से आज मुलाकात की तथा भारत और सिंगापुर ने ‘रणनीतिक भागीदारी’ पर संयुक्त घोषणापत्र सहित 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किये जिनमें रक्षा, साइबर सुरक्षा और नागरिक उड्डयन जैसे क्षेत्र में सहयोग बढाने के लिए करार शामिल हैं. सिंगापुर की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन मोदी ने सिंगापुर के राष्ट्रपति से मुलाकात की. इससे पहले उनका आज सुबह भव्य स्वागत किया गया. बाद में उन्होंने सिंगापुर में अपने समकक्ष के साथ आधिकारिक बातचीत की. शहरी विकास और सांस्कृतिक आदान प्रदान जैसे क्षेत्रों में व्यापक सहयोग के लिए भी द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने बाद में ट्वीट किया कि विभिन्न क्षेत्रों से जुडे दस द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये है जिससे सहयोग के व्यापक दायरे का पता चलता है.’ स्वरुप ने ट्वीट किया कि इनमें रक्षा, साइबर सुरक्षा, जहाजरानी, संस्कृति के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी पर संयुक्त घोषणापत्र शामिल हैं तथा समझौतों से द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती का पता चलता है. दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति भवन और इस्ताना (सिंगापुर के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) पर एक स्मारक टिकट भी जारी किया.
A large bandwidth of coopn. 10 bilateral documents signed between #IndiaSingapore cutting across sectors pic.twitter.com/alaF3i6qWb
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) November 24, 2015
कल शाम यहां पहुंचने के बाद मोदी ने प्रतिष्ठित सिंगापुर लेक्चर में व्याख्यान दिया. आज सुबह उन्होंने सिंगापुर की जानीमानी हस्तियों के साथ जलपान पर मुलाकात की. बाद में एमेरिटस सीनियर मिनिस्टर गोह चोक तोंग ने मोदी से मुलाकात की. कल दिये गये व्याख्यान में मोदी ने भारत और सिंगापुर के मजबूत रिश्तों के लिए तोंग के योगदान का जिक्र किया था. तोंग सिंगापुर के दूसरे प्रधानमंत्री थे.