ISIS के खिलाफ अभियान तेज करेंगे फ्रांस और अमेरिका

वाशिंगटन : अमेरिका और फ्रांस ने इराक और सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हवाई हमला तेज करने और जमीन पर उनके खिलाफ लड़ रहे लोगों का समर्थन करने का आज फैसला लिया है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2015 8:52 AM

वाशिंगटन : अमेरिका और फ्रांस ने इराक और सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हवाई हमला तेज करने और जमीन पर उनके खिलाफ लड़ रहे लोगों का समर्थन करने का आज फैसला लिया है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, ‘हम डर के सामने झुक नहीं सकते और नहीं झुकेंगे. न ही हम डर को हमें बांटने देगें. क्योंकि आतंकवाद वैसे ही जीतता है.’ पेरिस हमले के बाद फ्रांस और अन्य सहयोगियों के साथ काम करने तथा एकजुटता प्रदर्शित करते हुए ओबामा ने कहा कि अमेरिका आतंकवाद के डर के आगे नहीं झुकेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि, इस समय तक इस लडाई में रूस एक ‘बाहरी’ है.

उन्होंने यह भी कहा, ‘हम डर के आगे नहीं झुकेंगे. कोई गलती ना करें, हम जीतेंगे और आईएसआईएल जैसे समूह हारेंगे.’ आईएसआईएस विरोधी मिशन पर चर्चा करने के लिए ओलोंद और ओबामा आज व्हाइट हाउस में मिले थे. इसी दौरान दोनों नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि वह चाहेंगे रूस भी अंतरराष्ट्रीय गठबंधन में शामिल हो और इससे आईएस के खिलाफ लडाई और मजबूत होगी. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि सीरिया पर रूस का रुख बदलने पर ही ऐसा हो सकेगा.

ओबामा ने कहा, ‘राष्ट्रपति ओलोंद और मैं मानते हैं कि उदारवादी विपक्ष के खिलाफ रूस के हमले असद की सत्ता को और समर्थन देते हैं, जिनकी क्रूरता ने आईएसआईएल को उभरने में मदद की है. हम मानते हैं कि रूस और सकारात्मक भूमिका निभा सकता है यदि वह अपने हमलों को आईएसआईएल को हराने में लगाए.’ सीरिया के मामले में ओलोंद ने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को देश में चल रहे वीभत्स गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए तुरंत सत्ता छोड देनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मैं आपको तारीख नहीं दे सकता, लेकिन ऐसा जिनती जल्दी संभव हो होना चाहिए.’

दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने सीरिया की सीमा में तुर्की द्वारा रूसी लडाकू विमान मार गिराये जाने के बाद तनाव को कम करने के लिए आपात कदम उठाने की बात कही. बान ने कहा, घटना की ‘जिम्मेदार और विस्तृत समीक्षा’ यह समझने में कि क्या हुआ था और पुनरावृत्ति रोकने में मदद करेगी. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टेफान दुजारिक ने कहा, ‘महासचिव तनावों को कम करने के लिए सभी संबंधित पक्षों से आपात कदम उठाने का अनुरोध करते हैं.’

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