रूस ने कहा- नहीं दी चेतावनी, तुर्की ने जारी किया चेतावनी का ऑडियो
मास्को : रूस ने सीरियाई सीमा पर अपने एक लडाकू विमान को मार गिराये जाने के बाद आज तुर्की पर योजनाबद्ध तरीके से उकसाने का आरोप लगाया क्योंकि बचाये गये पायलट ने दावा किया है कि उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी गयी. कल की घटना के बाद कूटनीतिक उथल-पुथल बढने के बाद अंकारा ने तनाव […]
मास्को : रूस ने सीरियाई सीमा पर अपने एक लडाकू विमान को मार गिराये जाने के बाद आज तुर्की पर योजनाबद्ध तरीके से उकसाने का आरोप लगाया क्योंकि बचाये गये पायलट ने दावा किया है कि उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी गयी. कल की घटना के बाद कूटनीतिक उथल-पुथल बढने के बाद अंकारा ने तनाव को कम करने का प्रयास किया है और उसके नाटो सहयोगियों ने संयम बरतने की अपील की है. उधर तुर्की की सेना ने रूसी विमान को सीरिया की सीमा के पास मार गिराने से पहले उसे दी गयी चेतावनियों का ऑडियो जारी किया है. रिकॉर्डिंग्स में से एक में कहा जा रहा है, ‘यह तुर्की वायुसेना बोल रही है. आप तुर्की हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले हैं. दक्षिण की ओर अपने बढने की दिशा तुरंत बदलें.’ दोनों देशों के बीच बढ़ रहे तनाव के बाद मास्को ने कहा कि रूस और सीरिया के विशेष बलों ने विमान मार गिराये जाने से पहले उसमें से कूदे दो में एक पायलट को जीवित बचाया है. हालांकि उन्होंने पुष्टि की है कि दूसरे पायलट और उन्हें बचाने के लिए भेजे गये एक सैनिक की मौत हो गयी है.
बचाये गये पायलट ने कहा, नहीं मिली चेतावनी
अपने पहले साक्षात्कार में बचाये गये पायलट कोंस्टैनटिन मुराखतिन ने रूसी सरकारी मीडिया को बताया कि तुर्की लडाकू विमान द्वारा उसके विमान को मार गिराये जाने से पहले कोई चेतावनी नहीं दी गयी थी. सीरिया में मास्को के सैन्य ठिकाने पर कैमरे की ओर पीठ किये गये, मुराखतिन ने कहा, ‘कोई चेतावनी नहीं थी, नाही रेडियो के जरिए और नाही दृश्य रूप में. कोई संपर्क नहीं हुआ था.’ तुर्की जोर दे रहा है कि उसने पांच मिनट के भीतर 10 बार चेतावनी दी, और उसकी इस कहानी का नाटो सहयोगी अमेरिका भी समर्थन कर रहा है. लडाकू विमान को गिराये जाने से सीरियाई युद्ध में दोनों प्रतिद्वंदी बडे देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गये हैं और इस बात की आशंका पैदा हो गयी कि इससे एक व्यापक भू्-राजनीतिक संघर्ष बढ सकता है.
रूसी विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने अपने तुर्क समकक्ष मेवलुत कावुसोगलु से फोन पर बातचीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हमें इस बारे में कम ही संदेह है कि यह पहले से सोच समझ कर नहीं किया गया होगा, यह सचमुच में एक योजनाबद्ध उकसावा लगता है.’ विमान मार गिराये जाने के बाद दोनों देशों के बीच यह प्रथम संपर्क था. उन्होंने कहा, ‘हमारी योजना तुर्की के साथ युद्ध में उतरने की नहीं है, तुर्क लोगों के प्रति हमारी प्रवृति नहीं बदली है.’ लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि मास्को अंकारा के साथ संबंधों की गंभीरता से पुनर्समीक्षा करेगा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कल इस घटना को आतंकवादियों के साथियों द्वारा पीठ में छुरा घोंपना बताया था. उन्होंने सुझाव दिया था कि रूसी नागरिक तुर्की की यात्रा नहीं करेंगे, जो कि एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य है.
तुर्की ने कहा, रूस अभी भी हमारा दोस्त और पड़ोसी
तुर्की ने तनाव को कम करने की कोशिश की. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप ताइपे एरदोगन ने इस बात पर जोर दिया कि अंकारा केवल अपनी सीमा की रक्षा कर रहा है. एरदोगन ने इस्तांबुल में एक भाषण में कहा, ‘इस घटना को बडा करने का हमारा कोई इरादा नहीं है. हम सिर्फ अपनी सुरक्षा और अपने भाइयों के अधिकारों को ध्यान में रख रहे हैं.’ प्रधानमंत्री अहमद दावुतोगलु ने रूस को अपना दोस्त और अपना पड़ोसी बताया तथा यह भी कहा कि अंकारा मास्को से तनाव भरे संबंध नहीं चाहता. तुर्की ने कहा है कि सुखोई लडाकू विमान ने पांच मिनट की अवधि में इसके वायु क्षेत्र का 10 बार उल्लंघन किया, जबकि उसे हर बार चेतावनी दी गयी थी.
इस घटना से सीरिया में शांति की कोशिशें पटरी से उतरने का भी खतरा है जो इस्लामिक स्टेट द्वारा 13 नवंबर के पेरिस हमले के बाद गति पकड रही थीं. आईएस का उत्तरी सीरिया के एक अच्छे खासे इलाके पर नियंत्रण है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका के नाटो सहयोगी देश को अपने वायुक्षेत्र की रक्षा करने का अधिकार है लेकिन यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता गतिरोध को नहीं बढने देने को सुनिश्चित करने की है. नाटो प्रमुख जेंस स्टोलटेनबर्ग ने कल गठबंधन की एक असाधारण बैठक के बाद कहा कि इस हालात का हल करने के लिए कूटनीति और तनाव कम करना अहम है.
संयुक्त राष्ट्र तक पहुंचा मुद्दा
संयुक्त राष्ट्र में नियुक्त तुर्की के राजदूत हलीत सेविक ने सुरक्षा परिषद को लिखे एक पत्र में कहा है कि दो विमान इस कार्य में शामिल थे जिनमें से एक को मार गिराया गया जबकि दूसरा तुर्की के वायुक्षेत्र से निकल गया. उन्होंने बताया कि दोनों विमान 17 सेकेंड के लिए तुर्की के वायुक्षेत्र के 2.19 किलोमीटर अंदर तक आये थे. अंकारा और मास्को चार साल से चल रहे सीरियाई गृह युद्ध में एक दूसरे के खिलाफ हैं. तुर्की सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ देखना चाहता है जबकि रूस उसके शेष बचे सहयोगियों में एक है. असद के एक अन्य प्रमुख सहयोगी इशे ईरान ने भी अंकारा की आलोचना की है.
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावद जरीफ ने लावरोव से कहा कि तुर्की का बर्ताव इलाके में आतंकवादियों को गलत संदेश देता है. तुर्की की कार्रवाई पर एक प्रतिक्रिया के तहत रूसी रक्षा मंत्री सर्जेई शोइगु ने कहा कि मास्को अपने सर्वाधिक हाईटेक एस 400 वायु रक्षा प्रणाली को सीरिया में अपने वायुसेना ठिकाने पर भेजेगा. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मोस्कवा निर्देशित मिसाइल कू्रजर को सीरियाई भूमध्यसागरीय बंदरगाह लटाकिया के पास तैनात किया जाएगा.
आईएस को छोड़ असद विरोधियों को निशाना बना रहा रूस
तुर्की ने इस बात का विरोध किया है कि रूस का अभियान आईएस जिहादियों को नुकसान पहुंचाने की बजाय सीरियाई विद्रोहियों को निशाना बनाने और असद शासन को मजबूत करने का है. मास्को ने कहा है कि इसके विशेष बलों ने सीरियाई सैनिकों के साथ एक पायलट को बचाने में मदद की और वह पायलट अब सीरिया में रूसी ठिकाने पर सुरक्षित है. शोइगु ने कहा, ‘ऑपरेशन सफलतापूर्वक खत्म हुआ. दूसरे पायलट को हमारे वायुसेना ठिकाने पर लाया गया है. वह जीवित और ठीक है.’ इस पायलट ने कहा है कि तुर्कों ने कोई पूर्व चेतावनी नहीं दी थी.
कोंस्तानीन मुरखतीन ने बचाये जाने के बाद सीरिया में मास्को के ठिकाने पर रूसी पत्रकारों से कहा, ‘कोई चेतावनी नहीं दी गयी ना तो रेडियो पर बात हुई, ना चेतावनी दी गयी.’ पुतिन ने कहा कि बचाये गये पायलट को और बचाव अभियान में शामिल लोगों को मेडल दिया जाएगा. इस बीच मास्को में सैकडों युवा कार्यकर्ताओं ने तुर्की के दूतावास पर पत्थर और अंडे फेंके. उन्होंने तुर्की विरोधी तख्तियां ले रखी थीं.