जर्मनी के मंत्रिमंडल ने आईएस से लड़ने के लिए सैन्य सहायता मंजूर की
बर्लिन : जर्मनी के मंत्रिमंडल ने आज जिहादी समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए सैन्य सहायता संबंधी जनादेश को मंजूरी दे दी. सूत्रों ने यह जानकारी दी. पैकेज को अब भी संसद की मंजूरी चाहिए. पैकेज टॉरनेडो टोही विमान, नौसेना के एक युद्धपोत और 1,200 तक सैनिकों से जुडा है. […]
बर्लिन : जर्मनी के मंत्रिमंडल ने आज जिहादी समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए सैन्य सहायता संबंधी जनादेश को मंजूरी दे दी. सूत्रों ने यह जानकारी दी.
पैकेज को अब भी संसद की मंजूरी चाहिए. पैकेज टॉरनेडो टोही विमान, नौसेना के एक युद्धपोत और 1,200 तक सैनिकों से जुडा है. पेरिस में पिछले महीने हुए नृशंस जिहादी हमलों के बाद फ्रांस ने इस तरह का अनुरोध किया था.
आदेश की एक प्रति के अनुसार, ‘‘आईएस के खिलाफ गठबंधन के अधीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जर्मनी के योगदान का परिचायक है और इसका उद्देश्य आईएस के खिलाफ अपनी लड़ाई में विशेष तौर पर फ्रांस, इराक और अंतरराष्ट्रीय गठबंधन की मदद करना है.” यह जनादेश एक साल के लिए है और इसकी लागत 13.4 करोड़ यूरो (14.2 करोड़ डॉलर) है और इसे अगले साल बढ़ाया जा सकता है.
विदेश मंत्री फ्रैंक-वाल्टर स्टेनमियर ने मंत्रिमंडल में हुए मतदान से पहले माना था कि यह एक लंबी लड़ाई हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘सैन्य रुप से जो जरुरी है, जो हम सबसे अच्छा कर सकते हैं और जिसका हम राजनीतिक रुप से समर्थन कर सकते हैं, हम वह कर रहे हैं.” स्टेनमियर ने कहा, ‘‘आईएस जैसे शत्रु के खिलाफ हमें धैर्य की जरुरत है.”