वाशिंगटन : अमेरिका ने चेन्नई में आयी अब तक की सबसे भीषण बाढ के कारण प्रभावित परिवारों के लिए गहरी संवेदना प्रकट की है और ‘खासकर भारत जैसे मजबूत साझीदार के समक्ष आयी’ इस मानवीय चुनौती से निपटने के लिए मदद मुहैया कराने की पेशकश की है. विदेश मंत्रालय के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने कल यहां नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अमेरिका ऐसे समय में तमिलनाडु स्थित चेन्नई के लोगों और भारत सरकार की मदद करने के लिए तैयार है जो दशकों में आई सबसे भीषण बाढ से जूझ रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम बाढ प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं. हमारी प्रार्थनाएं उन परिवारों के साथ हैं जो अब भी बाढ में फंसे हुए हैं और जिनकी आजीविकाएं प्रभावित हुई हैं.’ टोनर ने कहा, ‘अमेरिका भारत सरकार के साथ संपर्क में है और यह चर्चा कर रहा है कि हम इस मुश्किल समय में किस प्रकार मदद मुहैया करा सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘अभी तक भारत की ओर से मदद के लिए कोई अनुरोध नहीं किया गया है. हमने मदद की पेशकश की है. निश्चित ही, भारत काफी विकसित सरकार है जिसके पास आपातकालीन सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अपनी घरेलू सेवाएं या क्षमताएं हैं.’
फ्रांस ने बाढ प्रभावित चेन्नई के साथ जताई एकजुटता
चेन्नई और इसके उपनगरीय इलाकों में अब तक आयी सबसे भीषण बाढ से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए फ्रांस ने आज कहा कि बाढ की अप्रत्याशित विकरालता से पुष्टि होती है कि समय हाथ से निकला जा रहा है तथा जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ‘ठोस और तत्काल’ कार्रवाई करने की जरुरत है. फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेन्ट फैबियस ने कहा ‘भारत के चेन्नई क्षेत्र में बाढ ने जबरदस्त कहर बरपाया है. मैं इस त्रासदी से प्रभावित सभी लोगों के प्रति फ्रांस की एकजुटता प्रकट करता हूं. बाढ की अप्रत्याशित विकरालता ने एक बार फिर पुष्टि कर दी है कि हमारे पास ज्यादा समय नहीं है. हमें जलवायु परिवर्तन के खिलाफ ठोस और तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.’ बाढ से प्रभावित चेन्नई तथा इसके उपनगरों में और आसपास के जिलों में राहत एवं बचाव कार्य आज जोर शोर से चल रहा. मूसलाधार बारिश आज भी हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के लिए 1,000 करोड रुपये की अतिरिक्त राहत सहायता का ऐलान किया है. उत्तर पूर्वी मानसून के कारण पिछले महीने शुरू हुई तबाही से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में एक तटवर्ती कुड्डलोर जिले में मूसलाधार बारिश आज भी होती रही. विल्लूपुरम और कन्याकुमारी जिलों तथा पुडुचेरी में भी बारिश का कहर जारी रहा. बाढ संबंधी वजहों से मरने वालों की संख्या 269 हो गयी है. मोदी ने आज चेन्नई जा कर विनाशकारी बाढ से उत्पन्न हालात का जायजा लिया और तमिलनाडु में चेन्नई, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों में हवाई सर्वे भी किया. पेरिस में जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे भारतीय पर्यावरण विशेषज्ञों ने पहले ही कहा है कि शहर में हो रही भीषण बारिश पृथ्वी के तापमान में वृद्धि का नतीजा है.