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IS के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी में जुटा ब्रिटेन और जर्मनी

लंदन: जर्मनी के संसद में आज इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सैन्य हमले के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है. उधर कल ब्रिटेन के संसद ने भी आइएस के खिलाफ हमले की अनुमति दे दी है. सीरिया में खूंखार आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सैन्य हवाई हमलों को मंजूरी देने के लिए ब्रिटेन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2015 4:32 PM

लंदन: जर्मनी के संसद में आज इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सैन्य हमले के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है. उधर कल ब्रिटेन के संसद ने भी आइएस के खिलाफ हमले की अनुमति दे दी है. सीरिया में खूंखार आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सैन्य हवाई हमलों को मंजूरी देने के लिए ब्रिटेन के सांसदों द्वारा किये गये अहम मतदान के कुछ घंटे बाद ब्रिटेन ने आज सीरिया में आईएस के नियंत्रण वाले तेल क्षेत्रों पर निशाना साधते हुए बमबारी शुरू कर दी.

हाउस ऑफ कॉमन्स में मतदान से ब्रिटेन के लिए ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया’ (आईएसआईएस) पर अमेरिका के नेतृत्व में बमबारी की मदद का रास्ता साफ हो गया. संसद की मंजूरी मिलने के कुछ ही समय बाद साइप्रस के अकरोटिरी में रॉयल एयर फोर्स बेस से चार टोर्नाडो विमानों ने उडान भरी.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने आज कहा, ‘‘हमें धैर्य रखना होगा और सतत काम करना होगा. इसमें समय लगेगा। यह जटिल विषय है. हम अपने पायलटों को जो कह रहे हैं, वह कठिन काम है और हमारी सोच उनके और उनके परिवारों के साथ होनी चाहिए.’ इससे पहले ब्रिटेन के रक्षा मंत्री माइकल फालोन ने हमलों में पूर्वी सीरिया में उमर तेल क्षेत्रों पर निशाना साधे जाने की पुष्टि की जो आईएसआईएस के नियंत्रण में हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पुष्टि कर सकता हूं कि ब्रिटिश टोर्नाडो ने सक्रियता दिखाते हुए पूर्वी सीरिया में तेल क्षेत्रों पर हमले किये और वे सफल रहे.’ उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि आठ और विमानों को भेजा जा रहा है जिनमें दो टोर्नाडो और छह टाइफून विमान हैं.फालोन ने कल हाउस ऑफ कॉमन्स में मतदान से पहले व्यक्तिगत रूप से हमलों को मंजूरी दी थी. मतदान में 397 मत इन हमलों के पक्ष में पडे जबकि 223 मत इनके खिलाफ पडे़.
इन नतीजों से पहले कल हाउस ऑफ कॉमन्स में 10 घंटे तक बहस चली, जहां ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि यदि ब्रिटेन सीरिया में हवाई हमलों में अपने सहयोगियों से जुड जाता है तो ब्रिटेन एक सुरक्षित स्थान होगा.कैमरन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में हुई बहस के दौरान सांसदों से कहा, ‘‘सदन के समक्ष सवाल यह है कि किस तरह से ब्रिटिश लोगों को आईएसआईएस के खतरे से सुरक्षित रखा जाए. यह इस बारे में नहीं है कि हम आतंकवाद से लडना चाहते हैं या नहीं, यह इस बारे में है कि हम इसे कितने बेहतर ढंग से अंजाम देते हैं.’ कंजर्वेटिव पार्टी के नेता को विपक्षी लेबर सांसदों ने बार-बार उनकी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने के लिए कहा। ये कथित टिप्पणियां उन्होंने साथी कंजर्वेटिव सांसदों पर मंगलवार को की थीं.
उन्होंने सांसदों से कहा था कि वे ‘‘आतंकवाद के समर्थकों’ के पक्ष में मत न डालें. कैमरन ने ऐसा करने से इंकार करते हुए कहा, ‘‘मैं सरकार में विपरीत विचारों वाले लोगों का सम्मान करता हूं. मैं यह दिखाने की कोशिश नहीं कर रहा हूं कि जवाब आसान हैं, सीरिया में स्थिति बेहद जटिल है.’ लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन ने बमबारी का विरोध किया लेकिन उन्होंने बाकी सांसदों को स्वतंत्र रुप से मतदान का अधिकार दिया. कॉर्बिन के साथियों का मानना है कि लेबर पार्टी के 90 सांसद सरकार के इस कदम का समर्थन कर सकते हैं और डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी और लिबरल डेमोक्रेट्स इस कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में कैमरन सीरिया के चार साल पुराने संघर्ष में ब्रिटेन द्वारा सैन्य हस्तक्षेप के लिए मंजूरी हासिल कर सकते हैं.लेबर पार्टी के कुल 66 सांसदों ने सरकार के पक्ष में वोट दिया.

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