गुरुद्वारा कांड के पुलिस अधिकारी ने ली सेवानिवृत्ति
वाशिंगटन : पिछले वर्ष विस्कोनसिन गुरुद्वारे में अरदास के लिए आए सिख दर्शनार्थियों को एक अज्ञात बंदूकधारी द्वारा की गयी गोलीबारी से बचाते हुए खुद 12 गोलियां ङोलने वाले नायक पुलिस अधिकारी ब्रायन मर्फी ने अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की है. मर्फी ने स्थानीय डब्लयूआईएसएन टीवी को बताया कि उन्होंने कल अपना त्यागपत्र सौंप दिया […]
वाशिंगटन : पिछले वर्ष विस्कोनसिन गुरुद्वारे में अरदास के लिए आए सिख दर्शनार्थियों को एक अज्ञात बंदूकधारी द्वारा की गयी गोलीबारी से बचाते हुए खुद 12 गोलियां ङोलने वाले नायक पुलिस अधिकारी ब्रायन मर्फी ने अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की है.
मर्फी ने स्थानीय डब्लयूआईएसएन टीवी को बताया कि उन्होंने कल अपना त्यागपत्र सौंप दिया और वह 12 जून को सेवानिवृत्त हो जाएंगे. इससे ओक क्रीक फोर्स में उनका 22 साल लंबा करियर समाप्त हो जाएगा. अभी उन्होंने कुछ तय नहीं किया है कि सेवानिवृत्ति के बाद वह क्या करेंगे लेकिन 52 वर्षीय अधिकारी का कहना है कि वह अध्यापन करियर अपनाने की सोच रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ डाक्टरों के हिसाब से मेरे घाव पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं और उन्हें नहीं लगता कि मैं काम पर जाने के लिए फिट हूं.’’ गुरुद्वारे पर हुए हमले में छह सिख लोग मारे गए थे तथा तीन अन्य घायल हो गए थे. एक अन्य अधिकारी सैम लेंदा की गोली से घायल होने के बाद हमलावर ने खुद को गोली मार ली थी.
इस गोलीबारी के दौरान मर्फी ने अपनी जिंदगी खतरे में डालते हुए हार मानने से इनकार कर दिया और 12 गोलियां लगने के बावजूद बंदूकधारी का मुकाबला किया.
पुलिस बल की मदद पहुंचने तक उन्होंने बंदूकधारी को आगे बढ़ने से रोके रखा और साथ ही अपने साथी अधिकारियों से गुरुद्वारे के भीतर मौजूद तीर्थयात्रियों की रक्षा करने को कहा.
सप्ताहांत में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में मर्फी को शीर्ष राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया था.
मर्फी इस समय राष्ट्रीय नायक हैं और उनका सिख समुदाय के बीच बेहद सम्मान है.