काबुल : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अमेरिकी सेना की वापसी से पहले एक फ्यूल टैंकर में आग लग गई. इस घटना में कम से कम सात लोगों की मौत की खबर है और टैंकर पूरी तरह से जलकर खाक हो गया. अफगानिस्तानी होम मिनस्ट्री के प्रवक्ता तारिक आरियान ने रविवार को बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है. जांच अधिकारी जलकर राख हो चुके टैंकरों और गैस स्टेशन की अच्छी तरह से पड़ताल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि काबुल के टैंकर में आग लगने की वजह से यहां का एक गैस स्टेशन में भी इसकी चपेट में आ गई थी. हालांकि, तत्काल यह पता नहीं चल पाया है कि आग दुर्घटनावश लगी या जानबूझकर लगाई गई है.
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब अमेरिका और नाटो के शेष बचे सैनिकों की देश से वापसी शुरू हो गई है, जो अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े युद्ध को समाप्त कर देगा. सभी 2,500-3,500 अमेरिकी सैनिकों और करीब 7,000 नाटो संबद्ध बलों के 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से वापस बुला लिया जाएगा. अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमलों के बाद सैनिकों को अफगानिस्तान भेजा गया था.
अरियान ने कहा कि चिंगारी से फ्यूल के एक टैंकर में आग लग गई. इसके बाद पास के कई टैंकर आग की चपेट में आ गए, जिसने भीषण रूप ले लिया. काबुल के उत्तरी छोर में लगी आग ने कई घरों और एक गैस स्टेशन को अपनी चपेट में ले लिया. कई ढांचे नष्ट हो गए तथा काबुल के अधिकतर इलाकों की बिजली गुल हो गई. ट्रक चालकों ने रविवार को सड़क बाधित कर सरकार से मुआवजे की मांग की.
उन्होंने कहा कि घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है. घटना के बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए, लेकिन उनकी क्षमता सीमित थी और उन्हें आग पर काबू पाने में घंटों लग गए. रविवार सुबह जलकर खाक हो चुके सामान में से आग की लपटे निकल रही थीं.
Posted by : Vishwat Sen