लंदन : रुस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन अब एक नये विवाद में घिर रहे हैं उन पर अपने ही देश की एजेंसी एफएसबी के जासूस एलेक्जेंडर लिटिवेन्कों की हत्या का आरोप लग रहा है. उसकी हत्या के लिए प्लान को मंजूरी भी उन्होंने ही थी. एलेक्जेंडर कई राज जानता था जिसके कारण उसकी हत्या कर दी गयी .
एलेक्जेंडर की मौत रेडियोएक्टिव जहर के कारण हुई थी. उसे एक होटल में मृत पाया गया था. रुस से भागकर वह ब्रिटने पहुंचे थे और वहां की नागरिकता ले ली थी लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही उनकी मौत हो गयी. एलेक्जेंडर की मौत पर उसकी पत्नी ने भी सवाल खड़े किये और मीडिया के सामने कई सबूत पेश किये कि उनका पति रूस के लिए काम करता था.
इस मामले की जांच के बाद संभावना जतायी जा रही है जज के मुताबिक इस बात की संभावना काफी ज्यादा है कि एफएसबी को ऐसा करने के लिए आदेश दिए गए थे और ये निर्देश पुतिन की ओर से दिए गए. उन्होंने ही इस पूरे मिशन को मंजूरी दी थी. इसके पीछे एलेक्जेंडर के विचार में आया अचानक बदलाव था जिसके ब बाद वह रूस की सिक्योरिटी सर्विस और पुतिन के बड़े आलोचक बन गए थे.
उन्होंने पुतिन पर ऑर्गनाइज्ड क्राइम को आरोप भी लगाया था. दूसरी तरफ रूस और पुतिन की ओर इंकार किया गया है कि उनकी मौत में रूस या फिर पुतिन का किसी तरह की कोई भूमिका है. अब इस नये खुलासे के बाद पुतिन के लिए भी परेशानियां बढ़ सकती हैं.
एलेक्जेंडर के विचारों को देखते हुए पुतिन पर शक और गहराता है वह रुस की सरकार के कड़े आलोचक थे और भ्रष्टाचार के मामले में सरकार के खिलाफ जांच कर रहे थे. जज रोबर्ट ओवन ने कहा कि लितविनेनको को एफएसबी से ‘गद्दारी’ के लिए जाना जाता था और रूस की संस्थाओं और कई शख्सियतों के पास लितविनेनको का कत्ल करने की कई ताकतवर वजहें मौजूद थीं.