वाशिंगटन : अमेरिका ने सीरियाई विद्रोहियों और विपक्षी समूहों से संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में बशर अल असद के शासन के साथ शांति वार्ता में बिना किसी पूर्व शर्त के शामिल होने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र के राजदूत स्टाफन डी मिस्तूरा ने जिनेवा में अप्रत्यक्ष वार्ता के लिए प्रतिनिधियों को भेजने के लिए सउदी समर्थित उच्च वार्ता समिति को कल आमंत्रित किया था. लेकिन समूह ने इसका उत्तर नहीं दिया है और एक प्रवक्ता ने कहा कि वह नियोजित वार्ता के लिए मेहमानों की सूची पर ‘स्पष्टीकरण’ का इंतजार कर रहा है. समूह की बैठक रियाद में हो रही हैं.
समिति ने इस बात पर जोर दिया है कि वह एकमात्र विपक्षी प्रतिनिधि होना चाहिए जबकि संयुक्त राष्ट्र ने उन सभी अन्य समूहों को भी निमंत्रण भेजे हैं जिन्हें वह शासन का विरोधी मानता है. विद्रोहियों के साथ सहानुभूति रखने वाला अमेरिका इस वार्ता को परिवर्तन की उस प्रक्रिया की एक शुरुआत मानता है जिसके तहत असद अपदस्थ होंगे. अमेरिका ने विद्रोहियों से वार्ता में शामिल होने की अपील की है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘हमारा मानना है कि एचएनसी प्रतिनिधि मंडल और सीरियाई विपक्ष के विभिन्न धडों के पास जिनेवा जाने और संघर्षविराम लागू करने, मानवीय मदद की पहुंच एवं भरोसा कायम करने वाले अन्य कदमों को आगे बढाने का ऐतिहासिक अवसर है और उन्हें बिना किसी पूर्व शर्त के वार्ता में शामिल होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हमें लगता है कि उसे शासन की इच्छाशक्ति और इरादों को परखने के इस मौके को गंवाना नहीं चाहिए और पूरी दुनिया को यह दिखा देना चाहिए कि सीरिया में एक संभावित शांतिपूर्ण राजनीतिक बदलाव को लेकर कौन से पक्ष गंभीर हैं और कौन नहीं.’