दुर्लभ बीमारी से पीडि़त महिला को दिये शीशे के सबसे विशाल जूते
जियाई : ताइवान की एक काउंटी ने शीशे का एक विशाल जूता बनाया है और इसे पैरों की दुर्लभ बीमारी ‘ब्लैक फुट डिजीज’ से जूझ रही एक स्थानीय महिला को समर्पित किया है. द्वीप के दक्षिण पश्चिम में स्थित जियाई काउंटी में पिछले महीने 17 मीटर (55 फुट) लंबा पारदर्शी ढांचा बनकर तैयार हुआ. आधिकारिक […]
जियाई : ताइवान की एक काउंटी ने शीशे का एक विशाल जूता बनाया है और इसे पैरों की दुर्लभ बीमारी ‘ब्लैक फुट डिजीज’ से जूझ रही एक स्थानीय महिला को समर्पित किया है. द्वीप के दक्षिण पश्चिम में स्थित जियाई काउंटी में पिछले महीने 17 मीटर (55 फुट) लंबा पारदर्शी ढांचा बनकर तैयार हुआ. आधिकारिक रूप से इसे दो सप्ताह में लोगों के लिए खोला जाएगा, लेकिन इससे पहले ही यह बडी संख्या में लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच चुका है.
पिछले कई दिनों से ‘ब्लैक फुट डिजीज’ नामक बीमारी से जूझ रही एक महिला को यह ढांचा समर्पित किया गया. कुएं के पानी में आर्सेनिक की विषाक्तता के कारण शरीर का मांस गलने लगता है और इसे ही ‘ब्लैक फुट डिजीज’ कहते हैं. अक्सर इसके कारण पैरों को काट देना पडता है जिसके कारण महिलाओं को भेदभाव का सामना करना पडता है और वे शादी कर अपना परिवार बढाने में अक्षम हो जाती हैं और मजबूरन उन्हें ऊंची एडी के जूते पहनने पडते हैं.
काउंटी की सरकार के प्रमुख हेलेन चांग ने कहा, ‘असल में यह ना केवल हमें उस समय की याद दिलाता है जब लोग इस बीमारी से जूझते थे बल्कि यह हमारी उम्मीद को भी दर्शाता है कि महिलाएं अब अपनी उंची एडी के जूतों में भी अपने सुखमय भविष्य की दिशा में आगे बढ सकती हैं.’