उत्तर कोरिया फिर से एक बार दक्षिण कोरिया पर हमले की तैयारी में है. दक्षिण कोरिया के सत्ताधारी दल के सांसद ने गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने हमले के लिए अपनी सेना और खुफिया एजेंटों को तैयारी रहने के लिए कहा है. उन्होंने दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी के हवाले से यह बात कही. उत्तर कोरिया के मामले पर सरकार और सत्ताधारी दल की आपात बैठक के बाद सांसद ली चुल-वू ने कहा कि उत्तर कोरिया का टोही जनरल ब्यूरो दक्षिण कोरिया को हानि पहुंचाने वाली कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. इसमें साइबर हमले भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इसकी आशंका है कि किम जोंग दक्षिण कोरियाई नागरिकों को जहर देकर या उनका अपहरण कर आतंकी हमलों को अंजाम देगा.
ली के मुताबिक, राष्ट्रीय खुफिया सेवा उत्तर कोरिया की ओर से संभावित हमलों से संबंधित सूचनाएं जुटा रही है. उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण और मिसाइल प्रक्षेपण के बाद दक्षिण कोरिया ने प्योंगयोंग को मुंहतोड़ जवाब देने कसम खाई थी. हाल में दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया को जवाब देने के लिए अमेरिका से हाथ मिलाया था. इसी के तहत उसने अपनी सीमा में अमेरिकी मिसाइल को भी तैनात किया है. सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद से ही उत्तर कोरिया आतंकी हमलों की साजिश की दिशा में सक्रिय हुआ है. उत्तर कोरिया पहले भी दक्षिण कोरिया पर हमला कर चुका है. वर्ष 2010 में उसने दक्षिण कोरिया पर गोलाबारी की थी. उसमें चार नागरिक मारे गये थे. वहीं, 1987 में एक साउथ कोरियन यात्री विमान पर हमला कर 115 लोगों की जान ले ली थी.
उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंधों पर बराक ओबामा ने किया हस्ताक्षर
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हाल ही में किये गये परमाणु परीक्षण और राकेट प्रक्षेपण की भडकाउ कार्रवाई को लेकर उत्तर कोरिया को दंडित करने के लिए उसके खिलाफ नये प्रतिबंधों पर आज हस्ताक्षर कर दिए. व्हाइट हाउस ने बताया कि ओबामा ने कांग्रेस द्वारा पारित उपायों पर हस्ताक्षर किए जिसमें उत्तर कोरिया में व्यापक संहार के हथियारों संबंधी तकनीक या सामान का आयात करने वाले या मानवाधिकार उल्लंघन में जानबूझकर शामिल होने वालों पर प्रतिबंधों को कडा करने के उपाय भी शामिल हैं.