सोल : उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने अंतरिक्ष अन्वेषण को एक ‘रणनीतिक लक्ष्य’ बताते हुए कहा है कि उसके अलग-थलग पडे देश की योजना और अधिक ‘उपग्रह प्रक्षेपित’ करने की है. वहीं पश्चिमी देश मानते हैं कि इन प्रक्षेपणों की आड में दरअसल बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किए जा रहे हैं. इस माह किये गये रॉकेट प्रक्षेपण में शामिल लोगों को सम्मानित करने के लिए बुधवार को आयोजित समारोह में मौजूद किम के हवाले से सरकारी मीडिया में कहा गया, ‘अंतरिक्ष पर अधिकार, एक वर्ग संघर्ष है. उन शत्रु बलों के साथ, जो हमारी शांति और संप्रभुता को छीनने की कोशिश कर रहे हैं.’
प्योंगयांग की समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि उसने ‘और अधिक सक्रिय उपग्रह’ सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करने की जरुरत को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा, ‘अंतरिक्ष की ओर बढना डीपीआरके (उत्तर कोरिया) का रणनीतिक लक्ष्य है.’ सात फरवरी के प्रक्षेपण में शामिल वैज्ञानिकों को ‘सर्वश्रेष्ठ देशभक्त और सराहनीय नायक” कहते हुए किम ने किम वंश के दो दिवंगत नेताओं- किम द्वितीय-संग और किम जोंग-द्वितीय के नामों के अंकन वाले मेडल, पुरस्कार और कलाई घडियां बांटीं.
उत्तर कोरिया ने अपने चौथे परमाणु परीक्षण के एक ही माह बाद क्वांगमेयोंगसोंग-4 उपग्रह का प्रक्षेपण करके अंतरराष्ट्रीय रोष मोल ले लिया था. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हाल ही में किये गये परमाणु परीक्षण और राकेट प्रक्षेपण की भडकाउ कार्रवाई को लेकर उत्तर कोरिया को दंडित करने के लिए उसके खिलाफ नये प्रतिबंधों पर आज हस्ताक्षर कर दिए. व्हाइट हाउस ने बताया कि ओबामा ने कांग्रेस द्वारा पारित उपायों पर हस्ताक्षर किये जिसमें उत्तर कोरिया में व्यापक संहार के हथियारों संबंधी तकनीक या सामान का आयात करने वाले या मानवाधिकार उल्लंघन में जानबूझकर शामिल होने वालों पर पर प्रतिबंधों को कडा करने के उपाय भी शामिल हैं.