ISIS के नरसंहार की स्थिति ”खतरनाक” : अमेरिका

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा है कि सीरिया और इराक में आईएसआईएस के नियंत्रण वाले इलाकों में स्थिति ‘खतरनाक’ है क्योंकि आतंकी संगठन वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए नरसंहार कर रहा है. वाशिंगटन ने संकेत दिया कि वह क्षेत्र में अपना अभियान तेज करेगा. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश एर्नेस्ट ने संवाददाताओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 11:07 AM

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा है कि सीरिया और इराक में आईएसआईएस के नियंत्रण वाले इलाकों में स्थिति ‘खतरनाक’ है क्योंकि आतंकी संगठन वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए नरसंहार कर रहा है. वाशिंगटन ने संकेत दिया कि वह क्षेत्र में अपना अभियान तेज करेगा. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश एर्नेस्ट ने संवाददाताओं को बताया, ‘इराक और सीरिया में जो हो रहा है, वह बहुत विचलित करने वाला है. यह चरमपंथी संगठन धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहा है. अपने दुष्प्रचार में वे इन धार्मिक अल्पसंख्यकों के खात्मे की कोशिश के सबूत दिखा रहे हैं.’

उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्थिति की गंभीरता को लेकर कई अवसरों पर बात की है. एर्नेस्ट ने कहा, ‘इसीलिए राष्ट्रपति ने सेना को इराक और सीरिया में आईएसआईएल के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं. कुछ मामलों में सैन्य कार्रवाई का आदेश विशेष तौर पर धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए दिया गया.’ व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा, ‘माउंट सिंजार का उदाहरण लीजिए. वहां यजीदी फंसे थे. आईएसआईएल के लडाकों ने उन्हें घेर लिया था, और आईएसआईएल के वे लडाके उनको मारना चाहते थे.’

उन्होंने कहा कि अमेरिका ने विश्व के उस क्षेत्र में धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए कदम उठाए हैं. एर्नेस्ट ने कहा, ‘जो जरुरी है उससे संकेत मिलता है कि अमेरिका नरसंहार की जांच में स्वतंत्र प्रयासों में सहयोग करेगा.’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘वहां स्पष्ट तौर पर सबूत है जो एकत्र किया गया है, और हम सुनिश्चित करेंगे कि सबूत सुरक्षित रखा जाए, तथा हम जांच में सहयोग करने के क्रम में अत्याचार के अतिरिक्त सबूत जुटाने और विश्लेषण करने में मदद करेंगे. लेकिन यह प्रक्रिया का अगला कदम है और अमेरिका इसमें सहयोग करेगा.’

इससे पूर्व, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि आईएसआईएस अपने नियंत्रण वाले इलाकों में नरसंहार कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘दाएश (आईएसआईएस) अपने नियंत्रण वाले इलाकों में यजीदियों, ईसाइयों और शिया मुसलमानों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार है. दाएश मानवता के खिलाफ अपराध और इन समूहों को निशाना बनाकर जातीय सफाया करने के लिए जिम्मेदार है और कुछ मामलों में वह सुन्नी मुसलमानों, कुर्दों तथा अन्य अल्पसंख्यकों के नरसंहार के लिए भी जिम्मेदार है.’

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