शनिवार को हुई बमबारी के बाद इस्राइल ने तुर्की को घोषित किया ‘असुरक्षित”
यरुशलम : शनिवार को इस्तांबुल में आत्मघाती बम हमले में इस्राइल के तीन नागरिक मारे जाने और 11 नागरिकों के घायल हो जाने के बाद इस्राइल के आतंकवाद रोधी ब्यूरो ने तुर्की को अपने नागरिकों के लिए ‘असुरक्षित’ करार दे दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ‘‘मौजूदा यात्रा चेतावनी का स्तर […]
यरुशलम : शनिवार को इस्तांबुल में आत्मघाती बम हमले में इस्राइल के तीन नागरिक मारे जाने और 11 नागरिकों के घायल हो जाने के बाद इस्राइल के आतंकवाद रोधी ब्यूरो ने तुर्की को अपने नागरिकों के लिए ‘असुरक्षित’ करार दे दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ‘‘मौजूदा यात्रा चेतावनी का स्तर बढाने और जनता को तुर्की की यात्रा से बचने की सलाह देने” का फैसला किया गया है.” यह ब्यूरो प्रधानमंत्री कार्यालय से जुडा है.
बयान में कहा गया कि इस्लामिक स्टेट के समूहों और कुर्द अलगाववादियों के हमलों और खासतौर पर शनिवार को हुए बम हमले को देखते हुए, ‘‘तुर्की की यात्रा से जुडी मौजूदा चेतावनी का स्तर बढाने का फैसला किया गया है. इस चेतावनी को मौजूदा संभावित खतरे से बढाकर मूल ठोस खतरा कर दिया गया है.” प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस्राइल आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लडाई के अग्रिम मोर्चे पर है. उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकी हमलों की निंदा करने में विफल रहे हैं, वे दरअसल उनका समर्थन कर रहे हैं.
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘आतंकवाद को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता.” नेतन्याहू ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लडाई में इस्राइल अग्रिम मोर्चे पर है.” इस्राइली प्रधानमंत्री ने कल साप्ताहिक केबिनेट बैठक की शुरुआत में कहा, ‘‘यह लडाई प्रमुख तौर पर सैन्य लडाई है लेकिन उससे भी ज्यादा यह नैतिक लडाई है.” उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद के खिलाफ नैतिक संघर्ष का प्रमुख बिंदु एकदम स्पष्ट है- मासूम लोगों के हत्यारे आतंकवाद को कहीं भी उचित नहीं ठहराया जा सकता- न तो इस्तांबुल में, न ही आइवरी कोस्ट में और न ही यरुशलम में.
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग आतंकवाद की निंदा नहीं करते, वे आतंकवाद का समर्थन करते हैं.” शनिवार को इस्तांबुल में हुए आत्मघाती बम हमले में मारे गए तीन इस्राइली लोगों के शव और कई घायल लोग इस्राइल रक्षाबलों के विमान में इस्राइल पहुंचे. तुर्की ने इस हमले का कथित साजिशकर्ता इस्लामिक स्टेट के सदस्य महमत उज्तुर्क को बताया है.