सोल : उत्तर कोरिया ने आज अपने पूर्वी तट से समुद्र में कम दूरी तक मार करने वाले कई रॉकेट या मिसाइलें दागीं. दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहाप ने यह जानकारी दी है. कुछ ही दिन पहले लगाये गये संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों की अवज्ञा करते हुए उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी तक मार करने वाली दो मिसाइलों का प्रायोगिक परीक्षण किया था. एक सरकारी सूत्र का हवाला देते हुए योनहाप ने कहा कि स्थानीय समयानुसार दोपहर तीन बज कर करीब 30 मिनट पर (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार छह बज कर तीस मिनट पर) राकेट या मिसाइल दागी गईं जो पूर्वी सागर में गिरीं. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने परीक्षणों के बारे मे तत्काल कोई पुष्टि नहीं की है.
उत्तर कोरिया के विरोध में लाखों पर्चे गिराएंगे दक्षिण कोरियाई कार्यकर्ता
दक्षिण कोरिया के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि उनकी योजना प्योंगयांग के खिलाफ लाखों पर्चे उत्तर कोरिया में गिराने की है. यह एक ऐसा कदम है, जिससे पहले से ही तनावग्रस्त चल रहे विभाजित प्रायद्वीप में तनाव बढ सकता है. कंजर्वेटिव कार्यकर्ता उत्तर कोरिया से असंतुष्ट होकर दक्षिण कोरिया आए लोगों के साथ मिलकर कई वर्षों से बडे-बडे हीलियम के गुब्बारों के जरिए पर्चे गिराने का काम करते रहे हैं. इससे प्योंगयांग नाराज हो जाता है.
उत्तर कोरिया जवाब में सैन्य हमले करने की धमकी दे चुका है. अक्तूबर 2014 में, उत्तर कोरिया के अग्रिम मोर्चे पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कई गुब्बारों को मार गिराने की कोशिश की थी. इसके बाद सीमा पर दोनों पक्षों के बीच संक्षिप्त गोलीबारी हुई. उत्तर कोरिया छोडकर यहां आए कार्यकर्ता पार्क सांग-हक ने कहा कि पर्चे गिराने का यह काम 26 मार्च को इम्जिनगाक से होगा. यह पार्क सीमावर्ती शहर पाजू में स्थित है.
पार्क ने एक बयान में कहा, ‘हम किम जोन उन द्वारा मानवाधिकारों के व्यापक उल्लंघनों की आलोचना करने वाले 1 करोड प्रचार पर्चे गिराएंगे.’ दक्षिण कोरियाई सरकार ने कहा है कि कार्यकर्ताओं को पर्चे गिराने का अधिकार है. हालांकि पूर्व में वह खुद ही कोरियाई देशों के बीच बढे हुए तनाव के क्षणों में ऐसे कामों पर रोक लगाने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल करती रही है.