ओस्लो : नार्वे के पश्चिमी तट पर आज 13 लोगों को ले जा रहा एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बचावकर्मियों के अनुसार किसी के बचने का संकेत नहीं है लेकिन तलाश चल रही है. नार्वे के दूसरे सबसे बडे शहर बर्गेन में समुद्र तट से दूर दोपहर के करीब यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. वह उत्तरी सागर के एक अपतटीय तेल क्षेत्र से श्रमिकों को लेकर जा रहा था. सोला बचाव केंद्र के प्रवक्ता एंडर्स बैंग एंडरसन ने संवाददाताओं से कहा, ‘वे किसी के बचे होने की उम्मीद से तलाश कर रहे हैं लेकिन हमें अबतक किसी के बचने के संकेत नजर नहीं आए हैं.’
उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर बर्गेन हवाईअड्डा फ्लैशलैंड जा रहा था और हादसे के दौरान चालक दल के दो सदस्यों समेत उस पर 13 लोग सवार थे. उन्होंने कहा, ‘हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया गया है और हम उस पर सवार लोगों को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं.’
इस घटना के चश्मदीद एक स्थानीय निवासी ने स्थानीय दैनिक बर्गेनसेवीसेन से कहा, ‘एक धमाका हुआ और इंजन की विचित्र आवाज आयी, मैंने खिडकी से बाहर देखा. मैंने देखा हेलीकॉप्टर तेजी से समुद्र में गिर रहा था. तब मैंने एक बडा विस्फोट देखा.’
कुछ मीडिया संगठनों ने खबर दी कि हेलीकॉप्टर में सवार लोग बचा लिए गए लेकिन ये खबरें अंतर्विरोधी हैं और बैंग एंडरसन भी इसकी पुष्टि या खंडन करने की स्थिति में नहीं थे. प्रधानमंत्री एर्ना सोलबर्ग ने ट्वीट किया, ‘हेलीकॉप्टर हादसे की भयावह रिपोर्ट। मुझे बचाव अभियान के बारे में निंरतर बताया जा रहा है.’
मीडिया ने पहले इस हेलीकॉप्टर में 17 लोगों के सवार होने की बात कही थी.